Sunday, September 21, 2025
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रानीखेत के विधायक के भाई और भांजे के खिलाफ मुकदमा दर्ज

रानीखेत (अल्मोड़ा)। पिछले ही दिनों दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ तहरीर दी थी। इस मामले में पीड़ित प्रधान की पैरवी के लिए उत्तराखंड राज्य सलाहकार श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष (दर्जा मंत्री) कैलाश पंत थाने पहुंचे और केस दर्ज करने की वकालत की। इस बारे में विधायक ने चुप्पी साध ली है। विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल के भाई और भांजे के खिलाफ ग्राम प्रधान से मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मिचोली, सीम के प्रधान संदीप खुल्बे ने मंगलवार को भतरौंजखान थाने मे तहरीर दी थी। उनका आरोप था कि पीपलमंडी से भतरौंजखान पहुंचने पर विधायक के भाई सतीश नैनवाल और उनके भांजे संदीप बधानी ने रामनगर रोड स्थित वेल्डिंग की दुकान के सामने उसकी गाड़ी रोकी और बाहर खींचकर पीटा। जान से मारने की धमकी भी दी।

बुधवार सुबह तक केस दर्ज नहीं होने पर पीड़ित पक्ष के साथ दर्जा मंत्री कैलाश पंत समर्थकों के साथ थाने पहुंचे। उन्होंने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की वकालत की। इस दौरान थाने में गहमागहमी का माहौल रहा। दो घंटे बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब पीड़ित और कैलाश चंद्र पंत अपने समर्थकों के साथ वहां से रवाना हुए। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ धारा 323, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीओ विमल प्रसाद ने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है। एसओ से पता करता हूं।

प्रधान के खिलाफ भी केस दर्ज करने की मांग कर थाने पहुंचे लोग
भतरौंजखान। मिचोली, सीम के प्रधान संदीप खुल्बे के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग पर विधायक के भाई और भांजे के समर्थन में भी लोग थाने पहुंचे। उन्होंने प्रभारी थानाध्यक्ष जीआर गोला को शिकायती पत्र देते हुए कहा कि प्रधान ने दोनों पीड़ितों के साथ मारपीट की। वह आए दिन क्षेत्र में अशांति फैलाने का काम कर रहे हैं। वह विधायक को भी धमकी दे चुके हैं। इस मौके पर व्यापार मंडल महासचिव हरीश भट्ट, सरपंच सिरमोली निकेश पांडे, पूर्व सरपंच धर्मानंद पंत, रविंद्र कठायत, चंदन आर्य, मनोज सिंह, भुवन चंद्र सहित कई लोग मौजूद रहे।

कोट
भाजपा के शासन में गुंडागर्दी नहीं चलेगी हमारी पार्टी की सरकार और हमारी पार्टी का विधायक होने के बावजूद जमीन से जुड़ा कार्यकर्ता सुरक्षित नहीं है। ऐसे में आम जनता में अच्छा संदेश नहीं जाएगा। मुझे खुद पीड़ित के पक्ष में थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग करनी पड़ी। मामला ऊपर तक ले जाऊंगा भाजपा के शासन में गुंडागर्दी नहीं चलेगी, चाहे ऐसा करने वाला पार्टी से ही जुड़ा क्यों न हो।

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