हल्द्वानी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) सभी ने स्कूलों को सलाह दी है कि वह पिछले वर्ष की पुस्तकों के स्थान पर एनसीईआरटी की ओर से जारी नए दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें ताकि विद्यार्थियों के साथ-साथ अभिभावकों को किसी तरह की दिक्कतें न हों। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने तीसरी और छठी कक्षा के पाठ्यक्रम में कुछ बदलाव किया है।सिंथिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. प्रवींद्र रौतेला का कहना है कि तीसरी और छठी कक्षा के एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में बदलाव हो रहा है। अभी पुस्तकें उपलब्ध नहीं हुई है। एनसीईआरटी के दिशा निर्देशों के अनुसार ही नए सत्र में अध्यापन कराया जाएगा।
कई दुकानदारों ने बेच दी पुरानी पाठ्यक्रम की पुस्तकें
हल्द्वानी। एनसीईआरटी की ओर से तीसरी और छठी कक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव होने की सूचना के बाद भी कई पुस्तक विक्रेताओं ने पुरानी पाठ्यक्रम की पुस्तकें ही अभिभावकों को बेच दी हैं। ऐसे में निकट भविष्य में अभिभावकों के साथ-साथ स्कूली बच्चों को भी दिक्कतें होनी तय हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निदेशक (अकादमिक)के निदेशक डॉ. जोसेफ इमैनुएल द्वारा सीबीएसई से संबद्ध सभी विद्यालय प्रबंधकों को भेजे गए पत्र में यह जानकारी दी गई है। पत्र में कहा गया है कि एनसीईआरटी छठी कक्षा के लिए एक ब्रिज कोर्स भी शुरू करने जा रहा है और तीसरी कक्षा के लिए संक्षिप्त दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं, ताकि छात्रों को किसी तरह की दिक्कतें न हों। नई शिक्षा नीति के तहत सीबीएसई जल्द ही स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम भी आयोजित करेगा जिससे उन्हें नए शिक्षण-अधिगम दृष्टिकोणों की जानकारी दी जा सके। पहली अप्रैल से शुरू हो चुके नए शैक्षिक सत्र में अन्य कक्षाओं के पाठ्यक्रम और पाठ्य पुस्तकों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।







