यूपी के अयोध्या से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां कचहरी परिसर में पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। कचहरी के शेड नंबर पांच में रूटीन चेकिंग के दौरान एक लावारिस बैग मिला। बैग की तलाशी ली गई तो उसमें चार कारतूस और दो तमंचे बरामद हुए। इस बरामदगी के बाद कचहरी परिसर में अफरा-तफरी मच गई। सबसे बड़ा सवाल यह है कि कड़ी सुरक्षा और मेटल डिटेक्टर लगे होने के बावजूद कचहरी परिसर में तमंचे कैसे पहुंच गए। सूत्रों की मानें तो सुबह 8 से 8.45 बजे के बीच किसी अपराधी तत्व ने बैग लाकर शेड नंबर पांच में रखा और मौके से फरार हो गया। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। ताकि, आरोपी तक पहुंचा जा सके।
डीएम और जिला जज से की जाएगी शिकायत
यहां बताते चलें कि 22 सितंबर 2007 को फैजाबाद कचहरी में सीरियल ब्लास्ट हुआ था। इसके बाद यहां सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई थी। लेकिन, अब मेटल डिटेक्टर मात्र शोपीस बनकर रह गए हैं। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सूर्य नारायण सिंह ने इसे गंभीर चूक बताते हुए डीएम और जिला जज से शिकायत करने की बात कही है। वहीं, एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने कहा है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की जल्द गिरफ्तारी होगी। जांच की जा रही है।
जिला जज ने की बैठक
मामले में जिला जज रणंजय कुमार वर्मा ने न्यायालय परिसर की सुरक्षा के संबंध में बैठक की। बैठक में न्यायालय परिसर के सुरक्षा प्रभारी सीजेएम सुधांशु शेखर उपाध्याय व नजारत प्रभारी एडीजे प्रदीप कुमार सिंह मौजूद रहे। जिला जज ने सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर और चाक-चौबंद करने के लिए और कदम उठाए जाने की बात कही है। उन्होंने फोन पर वार्ता के दौरान जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे व एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर से सुरक्षा में हुई कोताही पर कार्रवाई करने की अपेक्षा की है। जिला जज ने एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी व सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह को कचहरी परिसर में तमंचे व कारतूस रखने की सत्यता की जांच करने का निर्देश दिया है। इसके बाद जिला जज ने जिलाधिकारी व एसएसपी के साथ कचहरी परिसर में आने और जाने वाले गेट की सुरक्षा व्यवस्था की जांच भी की।