जसपुर। सोमवार को हज यात्रा के खर्च की अंतिम किस्त की राशि तय की गई। अंतिम किस्त के तौर पर प्रति व्यक्ति 93,480 रुपये 27 अप्रैल तक अदा करने होंगे। इसमें कुर्बानी के अतिरिक्त 15,180 रुपये भी शामिल है। इस तरह प्रत्येक यात्री को 3,45,280 रुपये का खर्च वहन करना पड़ेगा जो पिछले वर्ष के मुकाबले 15,931 रुपये कम है। सेंट्रल हज कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से हज यात्रा के खर्च में इस वर्ष पंद्रह हजार रुपये की कटौती की गई है।
उत्तराखंड राज्य हज समिति के चेयरमैन खतीब अहमद की ओर से ईओ मो. मीसम ने बताया कि हज यात्रा के लिए राज्य से दो बच्चियों समेत 1165 लोगों ने आवेदन किया था। कुर्रा अंदाजी के जरिये 1152 लोग चयनित हुए। इसमें वेटिंग सूची से 13 और मेहरम कोटे से पांच लोग शामिल हैं। 107 लोगों ने कई कारणों से यात्रा करने में असमर्थता जताई है। इस तरह दो बच्चियों समेत कुल 1063 लोग ही इस बार हज की यात्रा करेंगे। उन्होंने बताया कि गत वर्ष प्रत्येक व्यक्ति ने यात्रा खर्च के लिए 3,61,211 रुपये अदा किए थे। लेकिन इस बार 15,931 रुपये की रियायत दी गई है। इससे हज यात्रियों में खुशी है। चयनित सभी यात्रियों ने प्रथम एवं दूसरी किस्त की 2,51,800 रुपये की रकम जमा कर दी है। राज्य हज समिति की ओर से इसी माह प्रशिक्षण एवं टीकाकरण का कार्यक्रम घोषित कर दिया जाएगा। जबकि सेंट्रल हज कमेटी की ओस से नौ मई के बाद फ्लाइट शुरू होने की उम्मीद है।
9250 रुपये में हज का सफर करेंगी नन्हीं बच्ची
मुकद्दस हज के सफर पर इस बार दो नन्ही बच्चियों का भी चयन हुआ है। इसमें नैनीताल जिले के हल्द्वानी निवासी शादाब अहमद की एक वर्षीय बेटी हूरेन शादाब, हरिद्वार जिले के रुड़की निवासी मो. सुहेल की डेढ़ वर्षीय बेटी फातिमा जहरा शामिल हैं। ईओ मो. मीसम ने बताया सेंट्रल हज कमेटी की ओर से प्रत्येक बच्ची का खर्च 9250 रुपये निर्धारित किया है जो हवाई जहाज के किराये के निर्धारित खर्च का कुछ प्रतिशत का खर्च है। दोनों बच्चियां अपने अम्मी-अब्बू के साथ हज का सफर करेंगी।







