सरकार की कोशिश है कि 5000 सहायिकाओं की भर्ती प्रक्रिया दिसंबर तक पूरी कर ली जाए। यह बात महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के सचिव चंद्रेश कुमार ने कही। रविवार को वह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी सिर्फ अपने विभाग तक नहीं है, उन पर अन्य विभागों की जिम्मेदारी भी रहती है। इसलिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अन्य विभागों की तरफ से प्रोत्साहन राशि मिलनी चाहिए। इसके लिए कार्य किया जाएगा। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि महिला सशक्तिकरण विभाग एवं बाल विकास के उप निदेशक विक्रम सिंह, डीपीओ उदय प्रताप सिंह, डीपीओ मुकुल चौधरी और उत्तराखंड आंदोलनकारी मुकुंद कृष्ण दास मौजूद रहे। संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी, मीनाक्षी रावत, पूनम कैंत्युरा, सुनीता भट्ट, कस्तूरबा, अभिलाशा, विमल पोखरियाल, सुधा शर्मा, ज्योति पांडेय, ममता रतूड़ी, पुष्पा सजवाण, उर्मिला और रितेश चौहान समेत सभी जिलों से 800 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।
रविवार को कारगी स्थित एक वेडिंग प्वॉइंट में आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सेविका, मिनी कर्मचारी संगठन की ओर से मिनी कार्यकर्ताओं का उच्चीकरण होने पर कार्यक्रम हुआ। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उच्चीकरण के बाद विभाग और संगठन का सम्मान किया। इसमें अलग अलग जिलों की जिला अध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्ष को सम्मानित किया गया। सचिव चंद्रेश कुमार ने कहा कि मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्तओं के उच्चीकरण पर बधाई देते हुए कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को यह कोशिश करनी चाहिए कि विभागीय कार्यों से संबंधित सभी डाटा मोबाइल एप के माध्यम से विभाग को अपडेट करती रहें। इसके लिए आपके कार्यों की प्रशंसा होगी और प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी।
अब एक कदम आगे बढ़कर कार्य करना होगा
कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास के अपर सचिव/निदेशक प्रशांत आर्य ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि आपकी सोच और ताकत विभाग के साथ है तो विभाग आगे बढ़ेगा। अब तक जो आपके दायित्व थे अब इनसे एक कदम आगे बढ़कर कार्य करना होगा। अगर आप रुक रही हैं तो विभाग रुक रहा है। किसी भी कर्मचारी के लिए संगठन और विभाग दोनों महत्वपूर्ण होते हैं और यही राज्य को मजबूत बनाते हैं।