रामनगर। उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जी. नरेंद्र ने कॉर्बेट पार्क का भ्रमण किया। इस दौरान मुख्य न्यायाधीश को बाघ के दीदार हुए। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. साकेत बडोला ने बताया कि मुख्य न्यायाधीश जी. नरेंद्र 24 अप्रैल को कॉर्बेट पार्क पहुंचे। प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव), मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक रंजन कुमार मिश्र ने खिनानौली गेस्ट हाउस में मुख्य न्यायाधीश का स्वागत किया। मुख्य न्यायाधीश को कॉर्बेट पार्क के इतिहास, विकास, जिम कॉर्बेट और उनके जीवन से जुड़ी घटनाओं की जानकारी दी गई। मुख्य न्यायाधीश ने वन्यजीव संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन, बाघ संरक्षण, बाघ गणना से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
इस दौरान कॉर्बेट पार्क में बाघों और अन्य वन्यजीवों के व्यवहार, वासस्थल और कॉर्बेट पार्क के प्रबंधन की जानकारी ली। मुख्य न्यायाधीश को ढिकाला ग्रासलैंड, फुलई चौड़ और सांभर रोड क्षेत्र में हाथियों के झुंड, सांभर आदि वन्यजीवों के दर्शन हुए। 26 अप्रैल को शाम के भ्रमण के दौरान फुलई चौड़ में बाघ दिखाई दिया। 27 अप्रैल को खिनानौली क्षेत्र एवं फुलई क्षेत्र व ग्रासलैंड में भी बाघ के दीदार हुए। उन्होंने वन विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वन्यजीव संरक्षण सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इसमें समाज की भी महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए। इस दौरान उपनिदेशक राहुल मिश्रा, पार्क वार्डन अमित ग्वासीकोटी, ढिकाला रेंजर उमेश आर्य आदि रहे।