मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सिरमौर जिले के कोटला-बड़ोग में एक आधुनिक नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र के निर्माण के संबंध में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस केंद्र की क्षमता 100 बिस्तरों की होगी और इसमें पुस्तकालय, व्यायामशाला, खेलकूद जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी, साथ ही कौशल एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण की भी व्यवस्था होगी। चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए डॉक्टर, नर्स और अन्य कर्मचारी भी नियुक्त किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस परियोजना के लिए 534.36 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं और आवश्यकता पड़ने पर और धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।सोलन और सिरमौर के उपायुक्त वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने उन्हें केंद्र की स्थापना के लिए पशुपालन विभाग की भूमि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को हस्तांतरित करने के निर्देश दिए। बैठक में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्याम भगत नेगी, प्रधान सचिव (विधि) राजीव बाली, निदेशक सुमित किमटा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने श्री गुरू तेग बहादुर के शहीदी दिवस समारोह की समीक्षा की
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शिमला जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि श्री गुरू तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर शिमला में आयोजित होने वाले समारोह के लिए समुचित प्रबन्ध किए जाएं। यह समारोह 1 व 2 नवम्बर, 2025 को रिज और पदमदेव परिसर शिमला में आयोजित किया जाएगा।गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा और शिमला जिला प्रशासन के साथ आज यहां एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समारोह में शामिल होने वाले लोगों के लिए परिवहन व ठहरने की सुविधा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। उन्होंने नगर निगम शिमला को निर्देश दिए कि स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता और आयोजन स्थल पर निर्बाध बिजली आपूर्ति के प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं।बैठक में विधायक हरीश जनारथा, महापौर शिमला नगर निगम सुरेन्द्र चौहान, सचिव सामान्य प्रशासन राजेश शर्मा, उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, निदेशक भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग रीमा कश्यप, सिंह सभा शिमला के अध्यक्ष जसविन्द्र सिंह और प्रदेश के सभी गुरूद्वारों के अध्यक्ष भी उपस्थित थे।