जज्बा हो तो सब कुछ मुमकिन है। राष्ट्रीय खेलों में यह साबित किया है मध्य प्रदेश की खिलाड़ी रमा सोनकर ने। 28 अगस्त को हुई सड़क दुर्घटना में चोटिल होने के महज पांच महीने में ही उन्होंने यादगार कमबैक कर एक ही दिन में पदकों की हैट्रिक लगाई। इंजीनियरिंग की छात्रा रमा ने बताया कि गोवा में हुए 37वें राष्ट्रीय खेलों में उन्होंने बाइथले इवेंट में कांस्य पदक जीता था। इस बार उन्होंने अपने पदक का रंग बदलकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। बताया कि इस बार ट्रायथलॉन इवेंट में भी उन्होंने प्रतिभाग किया था मगर तबीयत खराब होने के चलते वह चौथे स्थान पर रही थीं और मेडल जीतने से चूक गईं थीं। उन्होंने कहा कि इसकी भरपाई मॉडर्न पेंटाथलॉन में तीन पदक जीतकर कर दी है। रमा ने बताया कि उनके पिता रेसलर रह चुके हैं। वर्तमान में वह ऑटो चलाते हैं। कहा कि पिता के प्रोत्साहन के बाद ही उन्होंने खेल की दुनिया में कदम रखा और अपनी कामयाबी से काफी खुश हैं। कहा कि सोमवार को हुए बाइथले के लिए भी वह पूरी तरह फिट नहीं थीं मगर फिर भी उन्होंने अपना सर्वश्रेठ प्रदर्शन किया और दो स्वर्ण और एक रजत पदक अपने नाम किया।
कमबैक: सड़क दुर्घटना में हो गई थीं चोटिल हादसे से जल्द उबरी ऑटो चालक की बेटी रफ्तार से पदकों को लगाया गले
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