देहरादून, 7 दिसंबर
उत्तरांचल प्रेस क्लब में शनिवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा से मुलाकात कर पुलिस लाइन में हुए पत्रकारों के साथ विवाद के लिए औपचारिक रूप से माफी मांगी। करन माहरा ने स्पष्ट किया कि यह घटना पूरी तरह से आपसी गलतफहमी का परिणाम थी और उनकी मीडिया के साथ किसी प्रकार की टकराव की मंशा नहीं थी।
घटना का विवरण
यह प्रकरण 4 दिसंबर का है, जब उत्तरांचल प्रेस क्लब द्वारा आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन और पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान, यूथ कांग्रेस के सचिवालय कूच के चलते कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर पुलिस लाइन लाया। इस दौरान, कुछ कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी और शोरशराबा किया, जिससे कार्यक्रम में असुविधा उत्पन्न हुई। कार्यक्रम में मौजूद प्रेस क्लब के सदस्य और कैबिनेट मंत्री भी इस स्थिति से प्रभावित हुए।
प्रेस क्लब ने इस घटना पर कड़ी आपत्ति जताते हुए एक आपात आमसभा बुलाई। सभा में बहुमत से यह प्रस्ताव पारित हुआ कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को माफी मांगनी चाहिए। प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा को इस प्रस्ताव पर कार्रवाई का अधिकार दिया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष की सफाई
प्रेस क्लब में अपनी माफी के दौरान करन माहरा ने कहा, “यह घटना सिर्फ गलतफहमी के कारण हुई थी। मुझे जानकारी नहीं थी कि उस समय पुलिस लाइन में उत्तरांचल प्रेस क्लब का कार्यक्रम आयोजित हो रहा था। जब कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया, तो उन्हें पुलिस लाइन स्टेडियम में लाया गया, और वहां की परिस्थितियों ने इस विवाद को जन्म दिया।”
उन्होंने यह भी कहा कि वह स्वयं कार्यकर्ताओं को शांत करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन शोरशराबा और तनावपूर्ण माहौल के कारण उनकी बात उन तक नहीं पहुंच सकी। माहरा ने भरोसा दिलाया कि भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
मामले का सौहार्दपूर्ण निपटारा
कांग्रेस अध्यक्ष की माफी के बाद प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा ने प्रकरण को समाप्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, “कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का यह सकारात्मक कदम सराहनीय है, और प्रेस क्लब इस स्पष्टीकरण और माफी से संतुष्ट है।”
उपस्थित लोग
इस अवसर पर प्रेस क्लब कार्यवाहक महामंत्री मीना नेगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रश्मि खत्री, कार्यकारिणी सदस्य मंगेश कुमार सहित अन्य गणमान्य सदस्य मौजूद थे।
इस मुलाकात ने न केवल विवाद को सुलझाया, बल्कि प्रेस और राजनीतिक संगठनों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने की प्रतिबद्धता को भी प्रबल किया।