कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बुधवार को सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के मल्हनी गांव पहुंचे। गांव निवासी और गोंडा जिले के एक विद्यालय में सहायक शिक्षक और इस समय बीएलओ का काम देख रहे विपिन कुमार यादव की मौत पर शोक व्यक्त किए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार राय ने परिजनों से मुलाकात की और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों पर हत्या की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और मृतक आश्रित के रूप में पत्नी को नौकरी देने की बात भी कही। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार राय बुधवार सुबह मल्हनी गांव पहुंचे, जहां उन्होंने विपिन के पिता सुरेश कुमार यादव को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी दिवंगत परिवार के साथ खड़ी है और पूरे मामले में चुनाव आयोग को हस्तक्षेप करते हुए जांच करानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ओबीसी वर्ग के लोगों के एसआईआर सूची से नाम कटवाने की साजिश कर रही है, जिसके चलते यह तीसरी घटना सामने आई है।
पत्नी के भाई ने कहा- मिलने की तैयारी थी, लेकिन घटना हो गई
बदलापुर निवासी प्रतीक यादव, जो विपिन के साले हैं, उन्होंने बताया कि घटना से एक दिन पहले उनकी बहन सोनाली ने विपिन से फोन पर बात की थी। बातचीत के दौरान विपिन ने बताया था कि एसआईआर सूची में नाम जोड़ने और हटाने को लेकर अधिकारियों द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा है। कहा गया कि एसडीएम, लेखपाल और खंड विकास अधिकारी 700 लोगों के एसआईआर फार्म भरने का दबाव डाल रहे थे, जबकि विपिन पहले ही 350 लोगों का कार्य पूरा कर चुके थे। दबाव के बावजूद उनसे ओबीसी वर्ग के लोगों के नाम हटाने और अन्य नाम जोड़ने को मजबूर किया जा रहा था। इसी मानसिक दबाव के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। कहा कि पूरे प्रकरण की जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
आठ माह से रुका था वेतन
विपिन के पिता सुरेश कुमार यादव ने बताया कि पिछले आठ महीनों से उनके बेटे का वेतन रुका हुआ था, जिसके चलते वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। अधिकारियों की ओर से केवल कार्यों का दबाव डाला जा रहा था और वह कई बार रिश्तेदारों से मदद लेकर खर्च चलाते रहे। पिता का कहना है कि इसी तनाव विपिन ने जान दे दी।
मासूम अभि को पिता के निधन की खबर नहीं
विपिन का चार वर्षीय पुत्र अभि अपने पिता की मौत से बेखबर है। ग्रामीणों के अनुसार, वह लगातार इस उम्मीद में बैठा है कि उसके पिता बाहर काम पर गए हैं और जल्द ही घर लौट आएंगे। बुधवार सुबह से बड़ी संख्या में ग्रामीण परिवार को सांत्वना देने पहुंचे हुए हैं।
परिवार में मातम गांव में शोक
विपिन की मौत से पूरा परिवार शोक में डूब गया है। उनकी मां आशा और बहन सोनालिका का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के कई सदस्य घटना के लिए विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए मानसिक प्रताड़ना को कारण बता रहे हैं।
घर के बाहर पुलिस बल तैनात
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के दौरे के बाद प्रशासन भी सतर्क हो गया है। थाना प्रभारी अमरेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंगलवार रात से ही पुलिस बल तैनात है। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है।







