कुथनोई नदी के किनारे स्थित सरोका स्थान पर 13 साल बाद जात्रा मौण मेला लगा। यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। उन्होंने अपने परिवार, पशुधन व फसलों की रक्षा और समृद्धि के लिए प्रार्थनाएं कीं। मेला स्थल पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोकगीतों पर जमकर नृत्य किया गया। शुक्रवार को बनगांव खत के रावना, पाटी, बुरांस्वा, मेहरावना, टुंगरौली, कूल्हा, बिसोऊ, घणता, डेरियो और कोटुवा गांव के ग्रामीण ढोल-दमाऊं, रणसिंहा आदि वाद्य यंत्र बजाते हुए कुथनोई नदी के किनारे पहुंचे। यहां पशुओं के देवता भौरिया देवता के मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद पारंपरिक वेशभूषा में हारुल, जंगबाजी, रासौ नृत्य किया। कार्यक्रम दिनभर चला। इस अवसर पर बनगांव खत के सदर स्याणा अतर सिंह तोमर, खाग स्याणा अजब सिंह चौहान, कुंवर सिंह, मिल्की राम जोशी, सूरत सिंह, सरदार सिंह, संजय जोशी, टीकाराम आदि मौजूद रहे।
जात्रा मौण मेले में उमड़ी भीड़ लोकगीतों पर थिरके लोग
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