बरेली में सेवानिवृत्त बैंक प्रबंधक के साथ साइबर ठगों ने बड़ा खेल कर दिया। वह जिस बैंक से सेवानिवृत्त हुए थे, वहीं मौजूद उनके खाते से रुपये उड़ा दिए। आधी रात में उनकी आरडी व एफडी कैसे तोड़ दी गई? इस बारे में बैंक ने उन्हीं की गलती बताकर हाथ खड़े कर दिए तो उन्होंने इसकी शिकायत गृहमंत्री अमित शाह से की। अब प्रेमनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है।न्यू आजादपुरम निवासी टुनटुन बाबू रस्तोगी एक बैंक के प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्होंने प्रेमनगर थाने के इंस्पेक्टर क्राइम प्रमोद कुमार को बताया कि मार्च में साइबर ठगों ने उन्हें कॉल कर खुद को बैंक अधिकारी बताया। झांसे में लेकर उनसे ओटीपी आदि की जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद उनके खाते से ठगों ने 2,36,700 रुपये निकाल लिए। इसमें से कुछ रकम रामकुमारी काजल और कुछ रकम फेसबुक इंडिया ऑफलाइन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के खाते में ट्रांसफर की गई। रस्तोगी को फुसलाने के लिए ठगों ने एक बार में 16 हजार रुपये उनके खाते में लौटाए भी, लेकिन बाद में जब और रुपये मांगने लगे तो उन्हें ठगी का अहसास हो गया।
बैंक प्रबंधन ने नहीं की मदद तो गृहमंत्री से गुहार
रस्तोगी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भेजकर बताया कि बैंकिंग लोकपाल से इस बारे में पत्राचार किया था कि आधी रात को हुए असामान्य लेनदेन को बैंक प्रबंधन क्यों नहीं रोक सका। रस्तोगी का आरोप है कि बैंक प्रबंधन ने आर्थिक लेनदेन की सारी प्रक्रिया में उनकी सहमति बताकर टाल दिया। उन्होंने इस बात पर भी खेद जताया कि वह खुद इसी व्यवस्था का हिस्सा रहे हैं लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है। इंस्पेक्टर क्राइम प्रमोद कुमार ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर साइबर ठगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।