भीमताल (नैनीताल)। पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश नहीं होने का असर भीमताल, सातताल और नौकुचियाताल झील पर दिखने लगा है। बारिश नहीं होने से भीमताल झील का जलस्तर गिरने से झील के डेल्टा दिखने लगे हैं। इससे पर्यटन कारोबारियों के साथ भीमताल झील को निहारने के लिए आने वाले सैलानी भी मायूस हैं।बारिश नहीं होने से झील के अंदर के जलस्रोत भी रिचार्ज नहीं हो पा रहे हैं। वहीं सातताल और नौकुचियाताल झील के जलस्तर में भी कमी दर्ज की गई है। झील से नाव, जीप लाइन, कायकिंग, पैराग्लाइडिंग और होटल कारोबारियों का कारोबार चलता है। अगर मौसम मेहरबान नहीं हुआ तो झील का जलस्तर और गिरेगा। इससे होटल और साहसिक खेलों से जुड़े कारोबारी प्रभावित होंगे।
दो से तीन क्यूसेक छोड़ा जा रहा है पानी
भीमताल झील से नौल, नौकुचियाताल, बिलासपुर और सलड़ी क्षेत्र में फसलों की सिंचाई के लिए दो से तीन क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। झील के पानी पर ही फसलें भी निर्भर हैं। बारिश नहीं होने और झील के अंदर जमी सिल्ट की सफाई नहीं होने से जलस्तर पर असर पड़ रहा है। झील में सिल्ट जमा होने से झील के अंदर के जलस्रोतों रिचार्ज नहीं हो पा रहे हैं। इसके चलते भी झील की सुंदरता पर ग्रहण लग रहा है। भीमताल झील से सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जा रहा है। हालांकि अभी झील का जलस्तर ज्यादा नहीं गिरा रहा है। जलस्तर के गिरने पर पानी छोड़ने पर विचार किया जाएगा। – सुमित मालवाल, एसडीओ सिंचाई विभाग