धर्मनगरी हरिद्वार के पौराणिक महत्व वाले भीमगोडा क्षेत्र के विकास को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने विशेष योजना पर काम शुरू कर दिया है। इस स्थल की मान्यता है कि महाभारत काल में महाबली भीम ने यहां पैर रखे थे और मां गंगा का आचमन पूजन किया था।यहां भीम के पैर के निशान के स्वरूप में एक आकृति बनी हुई है जिसके चारों ओर एक कुंड बना है। जिलाधिकारी मकी निगाह में यह स्थल आया और पिछले दो दिन से उत्तरी हरिद्वार में विशेष तौर पर निगरानी करने वह यहां पहुंचे।डीएम मयूर दीक्षित ने निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था को कुंड निर्माण के प्रति संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने निर्देश दिए कि निर्माण कार्य स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर किया जाएगा। उन्होंने कुंभ मेला आयोजन से पहले इस पौराणिक स्थल को विशेष तौर पर तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
डीएम ने सुनिश्चित किया कि निर्माण के बाद स्थल का रखरखाव और सफाई व्यवस्था नियमित रूप से जारी रहेगी। उन्होंने जिला विकास प्राधिकरण के सचिव को निर्देश दिया कि कुंड परिसर के सौंदर्यीकरण के लिए एक प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जाए जिससे आसपास का क्षेत्र भी विकसित हो सके।जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान कुंड परिसर और उसके आसपास से अतिक्रमण हटाने के लिए तीन दिन का समय निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के दौरान कोई बाधा न आए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।डीएम ने अव्यवस्थित पोस्टर, बैनर और अवैध होर्डिंग्स को हटाकर इसकी फोटो नगर निगम को भेजने का निर्देश दिया गया। श्रद्धालुओं को सुगम आवागमन की सुविधा मिल सके इसके लिए सफाई व्यवस्था और अवैध रूप से सड़क किनारे किए गए अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए गए। कुंड में पानी की प्रतिदिन आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए गंगा की धारा से सीधे व्यवस्था बनाने और इसके मुहाने की निरंतर निगरानी के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं।







