देहरादून: जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार में देर सांय भिक्षावृति मुक्त देहरादून के संबंध में बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि देहरादून शहर में कोई बच्चा भिक्षावृति करता न दिखे इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएं। भिक्षावृति एवं बाल मजदूरी करते बच्चों को रेस्क्यू कर मुख्य धारा, शिक्षा के सार्वागीण विकास से जोड़े। वाहन के माध्यम से निरंतर पेट्रोलिंग करते हुए भिक्षावृति करते बच्चों को रेस्क्यू करें।
’’भिक्षा नही, शिक्षा है जरूरी’
सीडब्लूसी, आश्रय ट्रस्ट एवं अन्य समाजसेवी संगठनों ने जिलाधिकारी पहल को सराहनीय कदम बताया।
बच्चों को इन्टेंसिव केयर सेन्टर में विधिवत् प्रवेश दिलाते हुए, पाश्चात्य स्कूलों की भांति अनुकूल महौल में शिक्षा मुहैया कराई जाएगी।
24 घंटे पैट्रोलिंग 2 वाहनों के माध्यम से रेस्क्यू अभियान चलाकर भिक्षावृत्ति की साईकिलिंग को तोडे़गें। भिक्षावृति पर रोकने हेतु मोबाइल यूनिट बढाई जाएं।
जिला प्रोबेशन अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करते हुए 6 मोबाईल एजुकेशन वाहन उपलब्ध कराई जाएगी।
अभियान को प्रभावी रूप से सफल बनाने हेतु, 12 होमगार्ड/पीआरडी की तैनाती जिला प्रोबेशन अधिकारी के साथ करने के निर्देश।