बाल श्रम पर अंकुश लगाने के गठित जिला टास्क फोर्स ने हरबर्टपुर और बरोटीवाला में छापा मारकर तीन बाल श्रमिकों को बचाया। श्रम निरीक्षक की तहरीर पर पुलिस ने बाइक सर्विस सेंटर और जूस कार्नर संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। तीनों बच्चों को आश्रय स्थल में लाया गया है। शनिवार को जिला टास्क फोर्स ने बरोटीवाला में बाल श्रम के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान बरोटीवाला के पृथ्वीपुर खेड़ा में उत्तराखंड बाइक सर्विस सेंटर में एक 13 वर्षीय बालक कार्य करता हुआ मिला। टीम ने उसे रेस्क्यू कर लिया। उसके बाद टीम हरबर्टपुर-पांवटा रोड पर पहुंची। वहां फ्रेश जूस कार्नर में 13 और 14 वर्ष के दो भाई कार्य करते हुए मिले। टीम ने दोनों बच्चों को रेस्क्यू कर लिया। श्रम निरीक्षक अमित थपलियाल ने दोनों दुकान संचालकों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी।
वरिष्ठ उपनिरीक्षक संजीत कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर बरोटीवाला, पृथ्वीपुर खेड़ा निवासी सोनू और हरबर्टपुर की मेन मार्केट रोड निवासी मोबिन के खिलाफ बाल एवं किशोर श्रम प्रतिशेध एवं विनियमन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य समन्वयक सुरेश उनियाल ने बताया कि तीनों बालकों और उनके अभिभावकों की काउंसलिंग की जा रही है। बताया कि बालकों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जाएगा। टीम में चाइल्ड हेल्पलाइन से रक्षा रावत, जिला बाल संरक्षण इकाई से प्रवीण सिंह चौहान, मनरूप चैरिटी एंड रिसर्च सेंटर के संस्थापक गुरप्रीत सिंह हैप्पी, समर्पण संस्था और पुलिस टीम शामिल रही।