जैंती (अल्मोड़ा)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों के नौ पद सृजित हैं जिसके सापेक्ष बाल रोग विशेषज्ञ, निश्चेतक, स्त्री रोग विशेषज्ञ, सर्जन, दंत रोग विशेषज्ञ, जनरल ड्यूटी मेडिकल आफिसर, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी समेत जनरल ड्यूटी मेडिकल आफिसर के दो पद रिक्त हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैंती चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है। चिकित्सकों के स्वीकृत नौ पदों में से आठ पद रिक्त हैं। ऐसे में इलाज कराने आने वाले मरीजों को दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। नियमित चिकित्सक न होने से बसगांव, भाबू बिराड़, ल्वाली, बचकांडे, ध्यूली धौनी, नया संग्रोली, बस्टा, कुंज, जैंती, कांडे, कालाडुंगरा, शिल्पड़, खाना खरकोटा, पुभाऊं, सुनाड़ी, भट्यूड़ा, कुटौली, आराखेत, मझाऊं, कनोली, बाराकोट, रज्यूड़ा, कुमालसो, दाड़िमी सहित 40 से अधिक गांवों की 30 हजार की आबादी परेशान है। उन्हें उपचार के लिए भटकना पड़ रहा है। पीएचसी लमगड़ा के प्रभारी चिकित्साधिकारी को जैंती का प्रभार दिया गया है।
नर्सिंग अधिकारी की भी है कमी
जैंती। सीएचसी जैंती में नर्सिंग अधिकारी के तीन स्वीकृत पदों के सापेक्ष दो पद रिक्त हैं। जिससे मरीजों की देखभाल, इंजेक्शन लगाने समेत अन्य काम प्रभावित हो रहे हैं।
एक्स-रे तकनीशियन नहीं हैं जंग खा रही मशीन
जैंती। सीएचसी जैंती में एक्स-रे तकनीशियन नहीं होने से एक्स-रे मशीन जंग खा रही है। एक्स-रे कराने के लिए मरीजों को 90 किमी दूर या फिर 120 किमी दूर हल्द्वानी के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। जिससे उनका समय और धन बर्बाद हो रहा है। प्रभारी चिकित्साधिकारी, सीएचसी जैंती, डॉ. कमलेश जोशी ने बताया कि सीएचसी में आठ पदों पर नियमित चिकित्सक नहीं हैं। मरीजों को राहत देने के लिए रिक्त पदों पर बांडधारी चिकित्सक तैनात किए गए है।