नैनीतात की खूबसूरती यहां स्थित झील से है। पानी से लबालब यह झील देश-विदेश में प्रसिद्ध है लेकिन इस वर्ष सर्द मौसम में कम बारिश, ओलावृष्टि व बहुत कम बर्फबारी होने के चलते नैनीझील का जलस्तर भी लगातार कम हो रहा है जिससे झील का शृंगार फीका पड़ता जा रहा है। फरवरी लगभग बीत चुका है, यदि मार्च में बारिश नहीं हुई तो अप्रैल मई व जून के पीक ग्रीष्म सीजन में नैनीझील में पानी का रिकाॅर्ड स्तर पर नीचे जाने की आशंका जताई जा रही हैं। वर्ष 2024 में ग्रीष्म सीजन में अत्यधिक गर्मी पड़ी थी लेकिन बाद में अच्छी बारिश भी हुई थी। सितंबर में जलस्तर अपने उच्च शिखर 12 फुट पर पहुंच गया था और सिंचाई विभाग की ओर से पानी की नियमित निकासी की जा रही थी। इस वर्ष बारिश व बर्फबारी बहुत कम हुई है। इस सर्द मौसम में नौ दिसंबर को पहली और 12 जनवरी को दूसरी बार बर्फबारी हुई। यह भी नगर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों तक ही सीमित रही।
इस दौरान नगर में हल्की बारिश व हिमकण ही गिरे। इस कारण झील रिचार्ज नहीं हो सकी और अब गर्मी का सीजन शुरू होने के साथ ही झील का जलस्तर लगातार गिर रहा है। फरवरी में बारिश व बर्फबारी की संभावनाएं जताई जा रही थीं लेकिन मौसम ने सभी को निराश किया। सर्द मौसम में यहां अधिकांशत: धूप खिल रही है। झील के गिरते जलस्तर से जल संस्थान, सिचाई विभाग समेत पर्यटन कारोबारी भी परेशान हैं। झील नियंत्रण कक्ष प्रभारी रमेश गैड़ा ने बताया कि 25 फरवरी को झील का जलस्तर पांच फुट एक इंच दर्ज किया गया।
झील का जलस्तर (25 फरवरी को) व बारिश एक जनवरी से 25 फरवरी तक
वर्ष झील का जल स्तर बारिश
2025 पांच फीट एक इंच 1.5 मिमी
2024 पांच फीट चार इंच 15 मिमी
2023 पांच फीट आठ इंच 24 मिमी
2022 आठ फीट छह इंच 107 मिमी
2012 तीन फीट पांच इंच 50 मिमी