नवगठित बोर्ड के लगभग एक वर्ष के कार्यकाल में ज्यादातर विवादों में घिरी रही नगर पालिका में बृहस्पतिवार को फिर से बवाल होे गया। पालिकाध्यक्ष पर बदसलूकी का आरोप लगाती महिला सभासद की नाराजगी पर सभी सभासद उनके पक्ष में आ गए। सभी की पालिकाध्यक्ष से वार्ता तो हुई मगर मामला और भड़क गया। एहतियातन पुलिस भी वहां पहुंच गई। भड़के सभासदों ने शनिवार को प्रस्तावित बोर्ड बैठक के बहिष्कार का ऐलान कर दिया।शाम लगभग 3.30 बजे सैनिक स्कूल वार्ड की सभासद लता दफौटी पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल के कक्ष में पहुंची। आरोप है कि पालिकाध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ ऑडिट संबंधी वार्ता का हवाला देते हुए उनसे बाहर जाने को कहा। सभासद ने भीतर महिलाओं के बैठने का हवाला दिया और वह बाहर आ गईं। उनकी सूचना पर सभी सभासद लगभग 4.30 बजे पालिकाध्यक्ष से मिलने गए। यहां सभासद दफौटी व पालिकाध्यक्ष की बातचीत के दौरान गर्मागर्मी बढ़ी और हालात बिगड़ने लगे। भड़के सभासद कक्ष से बाहर निकले तो गैलरी में बने दरवाजे का शीशा टूटकर गिर गया। पालिकाध्यक्ष की सूचना पर मल्लीताल कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक मामला शांत हो गया था। दोनों पक्षों की ओर से तहरीर की बात कही जा रही है। एसएसआई दीपक बिष्ट ने बताया कि किसी पक्ष की ओर से अभी तहरीर नहीं दी गई है। इधर पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल में इस पूरे मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
ये सभासद रहे मौजूद
जितेंद्र कुमार पांडे, भगवत रावत, अंकित चंद्रा, मुकेश जोशी, सुरेंद्र कुमार, रमेश प्रसाद, राकेश पवार, लता दफौटी, गजाला कमाल, काजल आर्या आदि मौजूद रहे।
डीएम के समक्ष पहुंच सकते हैं सभासद
पूर्व में पालिकाध्यक्ष व सभासदों के बीच हुई नाराजगी के बाद सभासद पूर्व जिलाधिकारी वंदना से मिलने गए थे। इस बार भी अधिकांश सभासद डीएम ललित मोहन रयाल के समक्ष अपना पक्ष रखने का मन बना रहे हैं। सभासदों का पैदल मार्च करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचने का इरादा है। हालांकि सभासदों का कहना है कि शुक्रवार को सभी की रायशुमारी के बाद ही अग्रिम निर्णय लिया जाएगा। हालांकि अधिकांश सभासदों ने बोर्ड बैठक के बहिष्कार का ऐलान किया है। संबंधित लिखित हस्ताक्षरित पत्र भी कल ही दिया जाना है।पालिकाध्यक्ष, सभासद, पालिका अधिकारी व कर्मचारी एक परिवार है। परिवार के बीच हुई यह घटना शर्मनाक है। इससे कहीं न कहीं पालिका की छवि धूमिल होती है। परिवार के मुखिया व सभी को साथ मिलकर सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए। – सोनू सहदेव, महासचिव देवभूमि सफाई कर्मचारी संघ
पालिकाध्यक्ष समेत सभासद जनता से चुनकर आए हैं। जनता ने पालिका व नगर हित के उद्देश्य से उन्हें चुनकर भेजा है। ऐसे में सभी को मतभेद भुलाकर नगर हित के लिए सकारात्मक निर्णय लेने चाहिए – रितेश कपिल सचिव निकाय कर्मचारी महासंघ







