खटीमा। तीन सप्ताह से भी अधिक समय से बंद शारदा नहर में बनबसा बैराज से पानी छोड़ दिया है। शारदा नहर में करीब साढ़े तीन हजार क्यूसेक पानी उपलब्ध होने से करीब 13 मेगावाट बिजली उत्पादन शुरू हो गया है। शारदा नहर में पानी कम उपलब्ध होने के कारण अभी सिर्फ एक ही टरबाइन मशीन शुरू की गई है। उत्तर प्रदेश क्षेत्र में शारदा नहर के मरम्मत कार्य के चलते नवंबर के दूसरे सप्ताह से बनबसा बैराज से पानी बंद कर दिया गया था। पहले 30 नवंबर तक शारदा नहर में पानी की आपूर्ति को बंद किया जाना था लेकिन तय समय तक नहर की मरम्मत का कार्य पूरा न होने से तिथि को आगे बढ़ा दिया गया। इसके चलते कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले झनकईया मेले में भी श्रद्धालुओं को गंगा स्नान के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल सका था।
नहर में पानी नहीं होने के कारण 41.4 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाले लोहियाहेड पावर हाउस में तीन सप्ताह से भी अधिक समय से बिजली का उत्पादन ठप रहा। तीनों टरबाइन मशीनें बंद होेने के कारण पीलीभीत और सितारगंज ग्रिड से बिजली ली जा रही थी। शारदा नहर में करीब 3500 क्यूसेक पानी उपलब्ध हो गया है। अभी पावर हाउस की सिर्फ एक ही टरबाइन मशीन चलाई जा रही है जिससे करीब 13 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है। पर्याप्त पानी उपलब्ध होने के बाद बिजली उत्पादन भी बढ़ जाएगा। – पुनीत कुमार, उप महाप्रबंधक, लोहियाहेड पावर हाउस