Friday, October 24, 2025
Google search engine

advertisement
Homeउत्तराखण्डरैणी आपदा में भी ऋषि गंगा के बहाव से बह गया था...

रैणी आपदा में भी ऋषि गंगा के बहाव से बह गया था बड़ा हिस्सा भूस्खलन-भूधंसाव से कई हेक्टेयर जंगल नष्ट

चमोली जनपद में भूस्खलन और भूधंसाव से बड़ी मात्रा में जंगलों को भी नुकसान पहुंचा है। नंदानगर क्षेत्र में सबसे अधिक जंगलों को क्षति पहुंची है। जिस बिनसर पहाड़ी से धुर्मा और कुंतरी गांव में बादल फटने के बाद मलबा गांवों तो पहुंचा, उसमें कई हेक्टेयर वन संपदा भी नष्ट हुई है। नंदानगर के मोक्ष गदेरे के बहाव में भी काफी नुकसान हुआ है। गदेरे का जलस्तर कम होने पर यहां कई पेड़ों के अवशेष पड़े दिख रहे हैं। गोपेश्वर के धिंघराण सड़क रौली ग्वाड़ में जंगल का बड़ा हिस्सा भूधंसाव की चपेट में आ गया है। जिससे कई पेड़ धरासायी हो गए हैं। चमोली में 2021 में घटित रैणी आपदा में भी ऋषि गंगा के बहाव में कई हेक्टेयर हिस्से में पेड़ टूटकर बह गए थे।अभी तक भी यहां वन क्षेत्र की सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए गए हैं। केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के डीएफओ सर्वेश दुबे ने बताया कि आपदा में जंगलों को हुए नुकसान के आंकड़ों को जुटाया जा रहा है।

spot_img
spot_img
RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine






Most Popular

Recent Comments