देहरादून। लोक निर्माण विभाग और ओएनजीसी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर दो युवकों से लाखों रुपए ठग लिए गए। आरोपी ने खुद को लोक निर्माण विभाग का अधिकारी बताया था। साथ ही आरोपी ने दोनों युवकों को ओएनजीसी का फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया था. पीड़ितों की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सरकारी नौकरी के नाम पर दो युवकों से ठगी। पौड़ी के थलीसैंण के गांव डडोली तल्ली निवासी छवाण सिंह ने एसएसपी ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि देहरादून के धर्मपुर में रहने वाले अविनाश चमोली से उनका पिछले साल अक्टूबर में संपर्क हुआ था। अविनाश ने खुद को लोक निर्माण विभाग में अधिकारी के पद पर कार्यरत बताया था। आरोपी अविनाश ने पीड़ित को बताया कि लोक निर्माण विभाग में कुछ पद रिक्त हैं। उन पदों पर जल्द नियुक्ति की जानी है। यदि किसी को लगवाना हो तो काम हो सकता है।
पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगाने के नाम पर 6 लाख ठगे। इस पर पीड़ित के बेटे तेग सिंह और परिचित पान सिंह निवासी जयखाल अल्मोड़ा के बेटे गोविंद सिंह जोकि उस दौरान नौकरी की तलाश कर रहे थे, उन्होंने दिलचस्पी दिखाई। आरोपी ने नौकरी लगवाने के एवज में दोनों लोगों से तीन-तीन लाख रुपए मांगे। पीड़ितों ने यह रकम चेक और यूपीआई के माध्यम से अलग-अलग ट्रांजेक्शन में दे दी।
ओएनजीसी का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दिया। इसके बाद कई महीने बीत गए, लेकिन दोनों पीड़ितों की नौकरी नहीं लगी। आरोपी नौकरी लगवाने के बजाय उन्हें टालता रहा। इसके बाद पीड़ितों द्वारा अधिक दबाव बनाने पर आरोपी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग में नौकरी नहीं लग पाएगी। वह ओएनजीसी में नौकरी लगवा देगा। जिस पर पीड़ित तैयार हो गए और उसके बाद आरोपी ने उन्हें ओएनजीसी के फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिए। दोनों पीड़ित जब ओएनजीसी कार्यालय पहुंचे, तो पता चला कि यह नियुक्ति पत्र फर्जी हैं। इसके बाद पीड़ितों ने आरोपी से अपने रुपए वापस मांगे, तो वह उन्हें धमकी देने लगा. उसके बाद पीड़ितों को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है।
आरोपी ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज। कोतवाली नगर प्रभारी चंद्रभान सिंह ने बताया है कि शिकायत एसएसपी कार्यालय से थाने में आने के बाद आरोपी अविनाश चमोली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। साथ ही पुलिस द्वारा आरोपी के घर नोटिस भेजा गया है। आरोपी की जल्द गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी।