क्षेत्र में संचालित एक फाइनेंशियल लिमिटेड कंपनी में 7.37 लाख रुपये की जालसाजी का मामला सामने आया है। कंपनी के शाखा प्रबंधक और कैशियर पर आपसी मिलीभगत से ग्राहकों की किस्तों की रकम हड़पने का आरोप है। दोनों आरोपी घटना के बाद से गायब हैं।मामले में एसपी नार्थ के निर्देश पर सहजनवां थाने में शाखा प्रबंधक मोहम्मद हुसैन और कैशियर राहुल राव के खिलाफ जालसाजी की प्राथमिकी दर्ज की गई है। जानकारी के अनुसार, फाइनेंशियल लिमिटेड कंपनी जरूरतमंद महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से ई-केवाईसी के माध्यम से लोन उपलब्ध कराती है। ग्राहकों से लोन की राशि साप्ताहिक किस्तों में वसूली होती है। शाखा स्तर पर वित्तीय गड़बड़ी की आशंका सामने आई, जिसके बाद कंपनी ने आंतरिक ऑडिट और जांच कराई। जांच में पर्दाफाश हुआ कि शाखा प्रबंधक फरेंदा के मधुकरपुर निवासी शाखा प्रबंधक मोहम्मद हुसैन ने करीब 5.74 लाख रुपये की जालसाजी की है।इस पर कंपनी प्रबंधन ने जांच समिति गठित कर उसे पूछताछ के लिए बुलाया। आरोप है कि पूछताछ के दौरान वह दुकान से चाय पीने की बात कहकर बाहर निकला और फिर वापस नहीं लौटा। तभी से वह गायब है।
जांच आगे बढ़ने पर कैशियर कुशीनगर के पुरैना रहसु पट्टी निवासी राहुल राव भी संदेह के घेरे में आ गया।ऑडिट में सामने आया कि कैशियर ने ग्राहकों की किस्तों से 1.62 लाख रुपये का गबन किया है। आरोप है कि दोनों कर्मचारी ग्राहकों का भरोसा जीतने के लिए उनकी बैंक पासबुक अपने पास रख लेते थे और यह कहकर किस्त स्वयं भरने का आश्वासन देते थे। इसी बहाने वसूली गई रकम कंपनी के खाते में जमा न कर निजी तौर पर हड़प ली गई।मामला संज्ञान में आन के बाद फाइनेंशियल लिमिटेड के ब्रांच मैनेजर रोहित कुमार ने पूरे मामले की शिकायत एसपी नार्थ से की। एसपी नार्थ के आदेश पर सहजनवां पुलिस ने शाखा प्रबंधक और कैशियर के खिलाफ जालसाजी समेत संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।एसपी नार्थ ज्ञानेंद्र का कहना है कि दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है। कंपनी के रिकॉर्ड, ग्राहकों की पासबुक और लेन-देन से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।







