हल्द्वानी। एक कॉलोनाइजर ने कठघरिया क्षेत्र में अवैध रूप से प्लॉटिंग कर 25 लोगों को जमीन बेच डाली। इतना ही नहीं जहां प्लॉटिंग की गई है, वहां सिंचाई विभाग की करोड़ों रुपये मूल्य की जमीन पर न केवल कब्जा किया, बल्कि गेट भी लगा दिया। इससे बौखलाए अन्य लोगों ने शिकायत कर दी। फिलहाल राजस्व विभाग ने गेट पर बुलडोजर चलवा दिया। अवैध प्लॉटिंग और कब्जे की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है।हल्द्वानी-रामनगर मुख्य मार्ग पर कठघरिया इलाके के ग्राम नंदपुर में एक ही परिवार के कुछ लोगों ने अपनी जमीन का सौदा एक कॉलोनाइजर से किया। फिर उसने एक के बाद एक 25 लोगों को प्लॉट बेच दिए। बेचते वक्त कॉलोनाइजर ने खरीदारों को रजिस्ट्री में 20 फुट चौड़ी सड़क उपलब्ध कराने के साथ-साथ बिजली पानी की सुविधा देने की भी बात की।
क्षेत्र के लोगों ने बताया कि कॉलोनाइजर ने जिस जमीन पर खरीदारों के लिए 20 फुट चौड़ी सड़क बनाई है, वह राजस्व अभिलेखों में सिंचाई विभाग के रूप में दर्ज है। सड़क के लिए इस्तेमाल जमीन का क्षेत्रफल लगभग बीस हजार वर्ग फुट है और कीमत लगभग पांच करोड़ रुपये आंकी गई है। जमीन बेचने तक तो लोगों को कोई आपत्ति नहीं हुई, लेकिन जैसे ही कॉलोनाइजर ने सिंचाई विभाग की जमीन पर बनाए गए रास्ते पर गेट लगाया तो क्षेत्र के लोगों ने आपत्ति करनी शुरू कर दी। क्योंकि सरकारी जमीन पर बनाए गए रास्ते का उपयोग आसपास के तमाम लोग करते हैं। शिकायत मिलने के बाद उपजिलाधिकारी राहुल शाह ने तहसीलदार मनीषा बिष्ट को मौके पर भेजा। तहसीलदार ने सड़क की नापजोख कराई तो वह राजस्व अभिलेखों में सिंचाई विभाग के नाम दर्ज मिली। इस पर तहसीलदार ने अवैध रूप से बनाए गए गेट को बुलडोजर की मदद से तुड़वा दिया।
जमीन बेचने वालों में सिंचाई विभाग का दैनिक वेतन भोगी कर्मी भी शामिल
कठघरिया में प्लॉटिंग के लिए जमीन बेचने वालों में सिंचाई विभाग के एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी भी शामिल बताया जा रहा है। आरोप है कि इस कर्मचारी ने अपने ही विभाग की जमीन कॉलोनाइजरों को बेच दी।
राजस्व टीम की कार्रवाई का विरोध किया
जब राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जमीन की नापजोख शुरू की गई तो जमीन बेचने वाले कई लोग वहां पहुंच गए। इनमें कुछ महिलाएं भी शामिल थीं। महिलाओं ने गेट तोड़ने का विरोध किया, लेकिन उनकी एक नहीं चली। इस पर महिलाएं राजस्व अधिकारियों पर कई आरोप भी लगाने लगीं।
जमीन खरीदने से पहले तहसील से करा लें जांच
नैनीताल जिले में विशेषकर हल्द्वानी और इसके आसपास के क्षेत्र में यदि आप जमीन खरीद रहे हैं तो विशेष सावधानियां बरतें। जमीन खरीदने से पहले तहसील में जाकर जमीन की खतौनी की जांच करा लें। यह पता करा लें कि उक्त भूमि खतौनी में किस व्यक्ति के नाम पर दर्ज है। जमीन की अपडेट खतौनी ही देखें। पुरानी खतौनी से धोखा मिल सकता है। यह भी पता कर लें कि जिस व्यक्ति का नाम खतौनी में दर्ज है, उसने या फिर उसके परिवार के किसी सदस्य ने उक्त भूमि पहले ही किसी को बेच तो नहीं दी है। इसके बाद मौके पर जाकर जमीन का निरीक्षण भी कर लें। देख लें कि जमीन पर पहले ही तो कोई काबिज नहीं है। पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही जमीन का सौदा करें। नंदपुर गांव में सिंचाई गूल की जमीन पर कब्जा कर सड़क बनाने और अवैध प्लाटिंग की शिकायत मिली थी। तहसीलदार को जांच में इस जमीन पर सड़क बनी मिली और गेट लगा मिला। तत्काल गेट को हटवा दिया गया है। अवैध प्लॉटिंग की जांच के लिए तहसीलदार की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। कमेटी में राजस्व, सिंचाई और प्राधिकरण के अधिकारियों व अभिंयताओं को शामिल किया गया है। कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी। – राहुल शाह उपजिलाधिकारी हल्द्वानी।
कठघरिया क्षेत्र में एक कॉलोनाइजर ने प्लाटिंग के बाद सिंचाई विभाग की गूल वाली जमीन में गेट लगा दिया था। सूचना मिलने के बाद राजस्व और सिंचाई विभाग की संयुक्त टीम ने अतिक्रमण कर लगाए गए गेट तो तुड़वा दिया है। – दिनेश रावत, अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग, हल्द्वानी।