मकर संक्रांति के अवसर पर त्याड़ों में गेंद मेले का आयोजन हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ प्रसिद्ध गिंदी खेल भी खेला गया, जिसमें लिरख्वार टीम विजयी रही। लोक गायक रवि शंकर और रेनू बाला ने शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों का दिल जीत लिया। स्कूलों के बच्चों ने भी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।विकास नेगी और मनोज नेगी ने संयुक्त रूप से मेले का उद्घाटन किया। गेंद मेला समिति के मीडिया प्रभारी अलकेश कुकरेती ने बताया कि मेला सदियों पुरानी परंपरा है, जो मकर संक्रांति के दिन आयोजित होता है। यह मेला स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है।मेले का मुख्य आकर्षण गिंदी का खेल है, जिसमें दो टीमें ढन्टू (अविवाहित) और लिरख्वार (विवाहित) भाग लेते हैं। खेल में एक भारी चमड़े की गेंद का उपयोग किया जाता है, जिसका वजन लगभग 5-7 किलो होता है। खेल की शुरुआत कमेटी के सदस्यों की ओर से गेंद उछालकर की जाती है।
उसके बाद दोनों टीमें इस गेंद को अपने पाले में ले जाने के लिए संघर्ष करती हैं। जो टीम सफलतापूर्वक गेंद को अपने पाले में ले जाती है, वह टीम विजेता घोषित की जाती है।मेला समिति के अध्यक्ष पूरण कैंतुरा ने कहा कि यह मेला हमारी संस्कृति की पहचान है और इसे जीवित रखना समिति का मुख्य उद्देश्य है। सचिव सत्यपाल रावत ने कहा कि मेला एक सांस्कृतिक उत्सव है जो न केवल खेल और मनोरंजन का माध्यम है, बल्कि क्षेत्रीय धरोहर को भी संरक्षित करता है। इस दौरान समिति ने एकलव्य कंडवाल को यमकेश्वर गौरव सम्मान से सम्मानित किया। इस मौके पर दिनेश भट्ट, बलदेव कुकरेती, नीरज कुकरेती, हरेंद्र पायल, राजपाल राणा, सत्य हर्षवाल, मदन पयाल आदि मौजूद रहे।