देहरादून के रायपुर क्षेत्र से ऊबर कैब लूटने के आरोप में पुलिस ने दोनों मुख्य आरोपियों समेत हरियाणा के चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से दो बदमाश देहरादून में पहले से रह रहे थे। इन्होंने ही अपने दो साथियों को किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए देहरादून बुलाया था।इसी के लिए यह कैब लूटी गई थी। चारों बदमाशों के पास से एक पिस्तौल, एक तमंचा, दो खुखरी और विभिन्न बोर के आठ कारतूस बरामद हुए हैं। आरोपियों के पिछले साल डोभाल चौक पर हुए दीपक बडोला हत्याकांड के आरोपी मोनू और सोनू भारद्वाज से भी ताल्लुकात हैं। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि शनिवार रात को लोनी गाजियाबाद के रहने वाले इमरान अहमद ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसकी ऊबर कैब दो बदमाश पिस्तौल के दम पर लूटकर भाग गए हैं। विस्तृत पूछताछ में इमरान ने बताया था कि वह हरियाणा के सोनीपत के मुरथल से दो सवारियों को लेकर आया था।
इन्होंने रायपुर के चक्की नंबर चार तक के लिए कैब बुक की थी। वह जब इन्हें लेकर चक्की नंबर चार के पास पहुंचा तो दोनों ने किराया लेने के लिए उन्हें कार से उतरने के लिए कहा। जैसे ही इमरान कार से उतरे तो दोनों बदमाशों ने पिस्तौल दिखाकर उनकी कैब लूट ली। आरोपियों को खोजने के लिए पुलिस की तीन टीमों का गठन किया गया। पहली टीम ने 40 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। इसके आधार पर सोमवार को बालावाला घोड़ा फैक्टरी के पास से चार बदमाशों को लूटी गई कैब के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।आरोपियों में हरियाणा के सोनीपत के गोहाना क्षेत्र के गांव बीदल का रहने वाला दीपक मलिक उर्फ दीपू, गांव गामड़ी निवासी धर्मवीर, थाना सदर के निजामपुर निवासी रौनक गहलावत और रोहतक के थाना कलानौर के गांव गरनावटी का रहने वाला विनय कुमार शामिल है। उस दिन कैब को दीपक मलिक और रौनक बुक करके लाए थे। दोनों ने पुलिस को बताया कि धर्मवीर और विनय देहरादून में रहते हैं।इन्होंने उन्हें किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए पिस्तौल लेकर बुलाया था। साथ ही कहा था कि वह गाड़ी बुक कर लाएं और उसे मौका देखकर लूट लें। ताकि, वारदात को अंजाम देने के बाद इसी गाड़ी से भाग जाएं। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। इनके आपराधिक इतिहास की जानकारी भी की जा रही है।
दीपक बडोला के हत्यारोपियों के साथ करना चाहते थे काम
इस पूरे घटनाक्रम में पिछले साल जून में हुए दीपक बडोला हत्याकांड के आरोपियों हरीश उर्फ मोनू भारद्वाज और देवेंद्र शर्मा उर्फ सोनू भारद्वाज का नाम भी सामने आया है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि यहां पर ब्याज का बड़ा काम होता है। इससे 10 से 15 प्रतिशत का मुनाफा कमाया जा सकता है। इसके लिए मोनू और सोनू भारद्वाज से अच्छी जान पहचान की थी। मोनू भारद्वाज कुछ दिन पहले ही जमानत पर बाहर आया है। इन्हीं के साथ मिलकर आरोपी ब्याज का काम करना चाहते थे। बता दें कि जून में दीपक बडोला की डोभाल चौक पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके आरोप में पुलिस ने मोनू और सोनू भारद्वाज के अलावा कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था।