ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में एक बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। फिक्स डिपॉजिट (एफडी) और प्रोविडेंट फंड (पीएफ) खाते पर अधिक ब्याज का लालच देकर करीब 28.65 लाख रुपये हड़पने का मामला सामने आया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर बैंक के तीन शाखा प्रबंधकों और एक संविदा कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस के अनुसार, कैथवाड़ा निवासी तौफीक अंसारी ने पुलिस को बताया कि उनका परिचित राव मुर्तजा निवासी कोट मोहल्ला ज्वालापुर पंजाब नेशनल बैंक में संविदा पर कार्यरत है। वर्ष 2019 में मुर्तजा ने उन्हें अधिक ब्याज दिलाने का लालच देकर तत्कालीन बैंक प्रबंधक विनय डबराल से मिलवाया और उनकी पत्नी फिरोजा बेगम के नाम पर तीन लाख रुपये की एफडी कराई। इसके बाद वर्ष 2021 में बैंक प्रबंधक नारायण सफी के जरिए पत्नी के नाम 2.30 लाख रुपये की एफडी और खुद अपने नाम से पांच लाख रुपये की एफडी कराई।I
आरोप है कि 2024 में मुर्तजा और बैंक प्रबंधक तरुण कुमार ने उनसे 3.35 लाख रुपये की एफडी कराई। इसके अलावा पांच-पांच लाख रुपये के तीन पीएफ खाते भी पत्नी फिरोजा बेगम, बेटे अमान अंसारी और खुद के नाम पर खुलवाए। शुरुआती दिनों में मुर्तजा खातों में थोड़ी-थोड़ी रकम जमा करता रहा और ब्याज आने की बात बताता रहा, लेकिन कुछ समय पहले जब ब्याज आना बंद हो गया तो वह दस्तावेज लेकर बैंक पहुंचे। बैंक में जानकारी लेने पर खुलासा हुआ कि न तो कोई एफडी हुई है और न ही पीएफ खाते खुले हैं। कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि संविदा कर्मचारी राव मुर्तजा और बैंक प्रबंधक विनय डबराल, नारायण सफी और तरुण कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।I







