दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। शुक्रवार को विश्वविद्यालय के कमेटी हॉल में कुलपति प्रो. पूनम टंडन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। इसमें 21 जून को योग दिवस पर विश्वविद्यालय की ओर से सामूहिक योग गतिविधियों के माध्यम से विश्व रिकॉर्ड बनाने की रणनीति पर चर्चा की गई। कुलपति प्रो. टंडन ने बताया कि योग दिवस को लेकर विश्वविद्यालय में 19 मई से ही योग सप्ताह की शृंखला की शुरुआत हो चुकी है। इस दौरान कई नवाचारात्मक व सृजनात्मक कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। आगामी 19 जून को विश्वविद्यालय योग मैराथन विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से शुरू होकर नौका विहार तक जाएगी।
21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सुबह 7 से 7:45 बजे तक विश्वविद्यालय में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन होगा, जो भारत सरकार की पहल के तहत देश के 1 लाख स्थानों पर एक साथ किया जाएगा। गोरखपुर विश्वविद्यालय और उसके अधीनस्थ महाविद्यालयों को इसके लिए नोडल केंद्र बनाया गया है।प्रतिभागियों को पूर्व में प्रशिक्षण देकर इस आयोजन को विश्व रिकॉर्ड बनाने योग्य बनाया जाएगा। इसके पहले योग बंधन के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ संयुक्त संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वहीं विद्यार्थियों में स्वास्थ्य जागरूकता के लिए बीएमआई जांच शिविर भी लगाया गया। इसके साथ विश्वविद्यालय की ओर से हरित योग अभियान, चंदन वाटिका में योग अभ्यास, विभिन्न संस्थाओं एवं संगठनों के साथ साझेदारी में सामूहिक योग कार्यक्रम, तथा जैसे विविध आयोजन किए जाने हैं। बैठक में प्रति कुलपति प्रो. शांतनु रस्तोगी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अनुभूति दुबे, संकाय अध्यक्षों, विभागाध्यक्षों, खेल अधिकारी, एनएसएस समन्वयकों तथा अधिकारियों ने भाग लिया।
विवेकानंद योग वाटिका की होगी स्थापना
कुलपति प्रो. टंडन ने बताया कि कला संकाय परिसर स्थित विवेकानंद पॉइंट को अब विवेकानंद योग वाटिका के रूप में विकसित किया जाएगा। यह स्थान योगाभ्यास के केंद्र के साथ ही सांस्कृतिक दृष्टि से भी सशक्त होगा। इसे अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की अओर से बनाए गए रिलीफ म्यूरल से सजाया जाएगा, जो भारतीय योग परंपरा और स्वामी विवेकानंद के विचारों को दर्शाएगा।