हरिद्वार। सिडकुल थाना क्षेत्र स्थित एक प्रिंटिंग और पैकेजिंग फर्म के प्रोपराइटर से फर्जी दस्तावेजों के जरिये 32 लाख से अधिक का माल हड़पने का मामला सामने आया है। आरोप है कि खुद को मुरादाबाद की एक फर्म का मालिक बताकर लाखों रुपये का पेपर रोल आदि खरीद लिया और भुगतान के नाम पर आरटीजीएस के जरिये कुछ रकम देने के बाद बाकी रकम के लिए चेक थमा दिया, ये भी बाउंस हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है।स्वास्तिक प्रिंटर एंड पैक स्थित प्लाट नंबर 51, सेक्टर आईआईडीसी, आईआईई सिडकुल के प्रोपराइटर अक्षत जैन ने पुलिस को बताया कि बीते नौ मई को उन्हें विकास कुमार ने फोन किया और खुद को मुरादाबाद निवासी व एजी एंटरप्राइजेज का प्रोपराइटर बताया।
विकास ने उन्हें जीएसटी रजिस्ट्रेशन नंबर बताते हुए दस्तावेज भी साझा किया। भरोसा बनते ही विकास ने लगभग 40 लाख 48 हजार रुपये का पेपर रोल आदि कच्चा माल ऑर्डर कर दिया, जिसका पक्का बिल भी बनाया गया।विकास ने शुरू में 8.25 लाख रुपये आरटीजीएस के जरिये भुगतान किया और 10 लाख रुपये का एक चेक भी दिया। जब चेक बैंक में लगाया तो वह बाउंस हो गया। इसके बाद जब विकास से संपर्क करने की कोशिश की तो उसने फोन उठाना बंद कर दिया। संदेह होने पर मुरादाबाद में बताए गए पते पर पहुंचा, तो पता चला कि वहां ऐसे नाम की कोई भी फर्म नहीं है। आरोप है कि विकास ने फर्जी दस्तावेजों और फर्म के नाम पर माल उठाकर उनके साथ कुल 32,23,959 की धोखाधड़ी की है। थाना प्रभारी निरीक्षक मनोहर सिंह भंडारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है।