मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में विद्या परिषद की 39वीं बैठक शनिवार को कुलपति प्रो. जेपी सैनी की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम बी फार्म में वर्तमान प्रवेश क्षमता 60 सीटों को बढ़ाकर शैक्षणिक सत्र 2026-27 से 100 सीट किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली।एमटेक में भी सीटें बढ़ाने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली। इसके साथ दो एम फार्म पाठ्यक्रम शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। एमएमएमयूटी में वर्ष 2021-22 से बैचलर ऑफ फार्मेसी पाठ्यक्रम 60 सीटों की प्रवेश क्षमता से संचालित है।विश्वविद्यालय में वर्तमान में फार्मेसी के लिए उपलब्ध भौतिक संसाधन फार्मेसी काउंसिल के मानक के अनुसार पर्याप्त और इतने हैं कि उनके आधार पर 100 सीटों की भी मान्यता मिल सकती है। इसी के दृष्टिगत बी फार्म की सीटें बढ़ाए जाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था जिसे मंजूरी मिली।
इस मंजूरी के आधार पर अब विश्वविद्यालय पीसीआई में 100 सीटों की मान्यता के लिए आवेदन करेगा। फार्मेसी विभाग सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने और उसे शोध के उच्चतर केंद्र के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य दो नए परास्नातक पाठ्यक्रम एम फार्म (फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री) एवं एम फार्म (फार्मास्यूटिक्स) शैक्षणिक सत्र 2026-2027 से आरंभ किए जाने की मंजूरी मिली।अभी तक फार्मेसी विभाग में कोई परास्नातक पाठ्यक्रम संचालित नहीं था। दोनों पाठ्यक्रमों के लिए आवश्यक भौतिक एवं मानव संसाधन की व्यवस्था किए जाने के लिए वित्त समिति में प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा। वित्त समिति की मंजूरी के बाद पाठ्यक्रम शुरू करने संबंधी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी।कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग की ओर से संचालित परास्नातक पाठ्यक्रम एमटेक कंप्यूटर साइंस की वर्तमान प्रवेश क्षमता 18 सीटों में वृद्धि कर 30 सीट किए जाने को मंजूरी मिली।