गदरपुर से लेकर रुद्रपुर और खटीमा तक किसानों ने उत्तरप्रदेश से आ रहे धान का विरोध किया। बावजूद इसके यूएस नगर और हल्द्वानी में यूपी के 13.88 लाख क्विंटल धान की खरीद हुई। सीमांत जिले से धान ट्रैक्टर-ट्रालियों के जरिए तीन जिलों में पहुंचा। राहत की बात ये है कि धान से सरकार के लक्ष्य में बढ़ोत्तरी हुई। यूपी के रामपुर, पीलीभीत व बरेली जिलों के कई गांव यूएस नगर की सीमा से सटे हैं। इस बार लिमिट पूरी होने पर जिले के किसानों को अपना धान बेचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। कई दिनों तक धान मंडी में पड़ा रहा। उत्तरप्रदेश से आने वाले धान की तौल जारी रही। जब जिले में धान की ब्रिकी नहीं हुई तो किसानों ने उत्तरप्रदेश से आने वाली धान की ट्रैक्टर-ट्राॅलियों को बार्डर से लौटाना शुरू कर दिया था। सितारगंज में सर्वाधिक 1.45 लाख क्विंटल धान उप्र का तुला। तराई का कोई ब्लाॅक ऐसा नहीं रहा जहां बाहरी जिले का धान न तुला हो।प्रदेश में धान तौल दिसंबर तक जारी रहेगी। आवक बढ़ने पर तिथि आगे बढ़ाई जा सकती है। मंडी में आने वाले सभी किसानों का धान प्राथमिकता के आधार पर तौला गया। सीमांत के क्षेत्रों से भी धान तौल के लिए कुमाऊं के जिलों में आता है। – निर्मला बिष्ट, उपनिदेशक, कृषि विपणन बोर्ड
कुमाऊं की मंडियों में यूपी के धान तौल का आंकड़ा
मंडी धान की आवक (क्विंटल में)
हल्द्वानी 22,835
रामनगर 15,543
रुद्रपुर 1,77,886
काशीपुर 6,29,594
जसपुर 96,770
सितारगंज 1.45,583
खटीमा 53,647
किच्छा 1,22,771
गदरपुर 53,136
बाजपुर 22,741
टनकपुर 1,793
नानकमत्ता 46,236







