हल्द्वानी। गुरुद्वारा साहिब श्री गुरु सिंह सभा में स्कूली बच्चों को सिख धर्म के इतिहास की जानकारी दी गई। दून पब्लिक स्कूल के 160 विद्यार्थियों ने गुरुद्वारा साहिब श्री गुरु सिंह सभा में मत्था टेका और सिख धर्म के इतिहास से रूबरू हुए। इस अवसर पर कीर्तन, गुरबाणी गायन और भंडारे का आयोजन किया गया।गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मंच संचालक अमरजीत सिंह आनंद ने गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन पर प्रकाश डाला और बताया कि वह सिख धर्म के दसवें गुरु थे। पिता गुरु तेग बहादुर की शहादत के बाद उन्होंने सिख धर्म की रक्षा और प्रचार के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की, जिसके बाद सिख धर्म को एक नई दिशा मिली। गुरुद्वारा साहिब के हेड ग्रंथी ने बच्चों के भविष्य की सफलता के लिए अरदास की। दून पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल जयश्री तिवारी ने सिख समाज और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का आभार जताया। यहां प्रबंधक कमेटी के मुख्य सेवादार वीरेंद्र सिंह चड्ढा, महासचिव कवलजीत सिंह उप्पल, प्रवक्ता हरजीत सिंह चड्ढा, अमन आनंद, मनलीन कोहली, जसवीर सिंह गोल्डी, अमरजीत सिंह बंटी, आनंद आदि मौजूद रहे।