उप जिला अस्पताल विकासनगर में सबसे अधिक ओपीडी स्त्री एवं प्रसूति रोग चिकित्सा की है। इस रोग की विशेषज्ञ करीब 25 दिनों से अवकाश पर चल रही हैं। महिला मेडिकल अफसर मरीजों को देख रही है। सुबह आठ से दोपहर 12 बजे तक केवल 23 मरीज ही देखे जा रहे हैं। ऐसे में जौनसार बावर और हिमाचल प्रदेश के दूर-दराज से आने वाले बीमार महिलाओं, गर्भवतियों और प्रसूताओं को अपना नंबर आने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।उप जिला अस्पताल की दैनिक ओपीडी 500 से 550 है। इसमें 70 से 80 की ओपीडी स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ की है। मरीजों की बड़ी संख्या और उनकी सुविधा के लिए स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ के कक्ष के बाहर ओपीडी डिस्प्ले स्क्रीन लगाई गई है। अस्पताल में सुबह सात बजे से ही पंजीकरण काउंटर पर मरीजों की कतार लग जाती है।
मंगलवार को अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ की ओपीडी की पड़ताल की गई। सुबह आठ बजे से ओपीडी का समय शुरू हो गया था। दोपहर 12 बजे तक 23 मरीज ही देखे गए। कई बीमार, गर्भवती और महिलाओं ने जांच लिखने की स्थिति में निजी अनुबंधित लैब के कलेक्शन सेंटर में सैंपल दिए। रिपोर्ट के लिए उन्हें अगले दिन आने के लिए कहा गया है। जानकारी लेने पर पता चला कि सरकारी लैब में सुबह 11 बजे और अनुबंधित लैब में दोपहर दो बजे तक ही सैंपल लिए जाते हैं।उप जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. विजय सिंह ने बताया कि स्त्री एवं प्रसूति रोग चिकित्सा की ओपीडी में मरीजों की संख्या काफी रहती है। इस रोग की विशेषज्ञ अभी अवकाश पर हैं। मेडिकल अफसर ओपीडी में मरीजों को देख रहीं है। मरीजों की सुविधा को देखते हुए ओपीडी में दो मेडिकल अफसर को बैठाने की व्यवस्था की जा रही है।