उत्तराखंड का पहला मॉडल टीकाकरण केंद्र और अन्य स्वास्थ्य सुधारों से जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में अभूतपूर्व सुधार, डीएम सविन बंसल की दूरदर्शिता से समाज को मिल रही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं
स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में देहरादून ने एक नया इतिहास रचा है। जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में अभूतपूर्व सुधार किए गए हैं, जो न केवल देहरादून बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए प्रेरणास्त्रोत बने हैं। उनके द्वारा किए गए सुधारों ने स्थानीय समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाया है और अब देहरादून स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक उदाहरण बन चुका है।
राज्य का पहला मॉडल टीकाकरण केंद्र: एक ऐतिहासिक कदम
गांधी शताब्दी अस्पताल, देहरादून में उत्तराखंड का पहला मॉडल टीकाकरण केंद्र का उद्घाटन बुधवार को हुआ। इससे पहले, डीएम सविन बंसल ने महात्मा गांधी परिसर में एसएनसीयू (Special Newborn Care Unit) की स्थापना कर 12 नवंबर 2024 को विधिवत लोकार्पण किया था। यह केंद्र माताओं और बच्चों को बेहतर, सुरक्षित और सुविधाजनक टीकाकरण सेवाएं प्रदान करता है।
इस केंद्र की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि अब यह सप्ताह में केवल दो दिन की बजाय, सातों दिन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक टीकाकरण सेवाएं प्रदान करता है। पहले, कामकाजी माता-पिता अपनी व्यस्त जीवनशैली के कारण बच्चों के टीकाकरण में देरी कर देते थे, लेकिन अब उन्हें यह सुविधा उपलब्ध होगी। विशेष रूप से बच्चों के डर को कम करने के लिए यहां अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे उनका अनुभव आरामदायक और सौम्य हो सके।
मॉडल टीकाकरण केंद्र में कार्यरत अलखनंदा बहुगुणा ने बताया कि डीएम सविन बंसल की दूरदृष्टि के कारण जिले में इस तरह का पहला केंद्र स्थापित हो पाया है। यहां जच्चा और बच्चा के लिए अलग-अलग टीकाकरण कक्ष, ऑब्ज़र्वेशन कक्ष, ब्रेस्टफीडिंग रूम, वेटिंग कक्ष और रजिस्ट्रेशन काउंटर की स्थापना की गई है। साथ ही, गांधी शताब्दी अस्पताल में ब्लड बैंक की भी व्यवस्था को और मजबूत किया गया है ताकि आपातकालीन स्थिति में रक्त की कमी किसी की जान न ले सके।
हाल ही में, एक दंपति जो चंडीगढ़ से यात्रा कर रहे थे, उन्होंने मॉडल टीकाकरण केंद्र की सेवाओं के बारे में सुनकर यहां अपने बच्चे का टीकाकरण करवाया, जो इस केंद्र की उत्कृष्टता को दर्शाता है।
डीएम सविन बंसल: एक प्रेरणास्त्रोत नेतृत्व
डीएम सविन बंसल का नेतृत्व केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत अनुभवों से भी प्रेरित है। जब उन्होंने अपने बच्चे के जन्म के दौरान नवजात देखभाल और रक्तकोष की कमी का सामना किया, तो उन्होंने ठान लिया कि आम जनमानस के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे। यही उनकी दृढ़ता थी, जिसने जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ किया।
महत्वपूर्ण सुधार
✔ रक्तकोष भवन: कोरोनेशन अस्पताल में अत्याधुनिक रक्तकोष भवन का शिलान्यास। ✔ विशेष नवजात देखभाल इकाई (SNCU): इस इकाई ने अब तक 80 से अधिक नवजातों की जान बचाई है। ✔ समर्पित एम्बुलेंस: नवजात देखभाल और टीबी उन्मूलन के लिए समर्पित एम्बुलेंस की व्यवस्था। ✔ नर्सिंग स्टाफ की भर्ती: चिकित्सा कर्मचारियों की नियुक्ति से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार। ✔ नवीनतम उपकरण: कोरोनेशन अस्पताल में ब्लड बैंक भवन का शिलान्यास।
मातृ एवं शिशु देखभाल में सुधार
डीएम सविन बंसल के प्रयास से गांधी शताब्दी अस्पताल में निक्कू वार्ड को फिर से शुरू किया गया है, जिससे अब गर्भवती महिलाओं को दून मेडिकल कॉलेज रेफर नहीं किया जाता। इससे स्थानीय अस्पतालों में प्रसव दर में वृद्धि हो सकती है।
सामुदायिक सहयोग और सकारात्मक बदलाव
इन सुधारों का सकारात्मक प्रभाव स्थानीय जनमानस पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों के सहयोग से ये बदलाव तेजी से साकार हो रहे हैं।
जिलाधिकारी सविन बंसल और स्वास्थ्य मंत्रालय/प्रशासन के साझा प्रयासों ने देहरादून में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को नया रूप दिया है। मॉडल टीकाकरण केंद्र और अन्य स्वास्थ्य सुधारों ने यह सुनिश्चित किया है कि हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। देहरादून अब न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन चुका है।
सरकार की सराहना और भविष्य की योजनाएं
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा, “हमारा लक्ष्य 2027 तक राज्य में प्रत्येक वर्ष 200 विशेषज्ञ चिकित्सकों का प्रशिक्षण देने का है, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार हो।” उन्होंने डीएम सविन बंसल की सराहना करते हुए कहा कि उनका योगदान राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में अभूतपूर्व है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की “समृद्ध उत्तराखंड” की संकल्पना को साकार करने में डीएम सविन बंसल महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वे सरकारी योजनाओं को सुव्यवस्थित और प्रभावी ढंग से लागू कर रहे हैं, जिससे समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंच सके।
एक नया दृष्टिकोण: सरकारी अस्पताल या प्राइवेट जैसी सुविधा?
मॉडल टीकाकरण केंद्र में प्रवेश करते ही एक अलग अनुभव होता है, मानो यह किसी बड़े प्राइवेट अस्पताल का हिस्सा हो। यह केंद्र सरकारी अस्पतालों को भी अत्याधुनिक रूप से विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
डीएम सविन बंसल की दूरदर्शिता: एक प्रेरणा
सविन बंसल का नेतृत्व केवल प्रशासनिक सुधारों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग के लिए एक नई उम्मीद की किरण बन चुका है। उनके प्रयासों से आने वाले समय में उत्तराखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र में और भी बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।
बद्री चन्द नेगी
सहायक निदेशक, जिला सूचना अधिकारी, देहरादून