उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में तेज दौर की बारिश का सिलसिला आज भी जारी रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के कुछ हिस्सों में तेज दौर की बारिश होने के आसार हैं।जबकि बागेश्वर जिले के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। आने वाले दिनों की बात करें तो 24 जुलाई तक प्रदेशभर में तेज दौर की बारिश की संभावना है।
20 जुलाई को भारी से भारी बारिश के आसार
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने सभी जिलाधिकारियों को एक पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि मौसम विज्ञान विभाग ने 20 जुलाई को नैनीताल, चंपावत व ऊधम सिंह नगर जिले में कहीं- कहीं पर भारी बारिश होने की संभावना को लेकर रेड अलर्ट है। साथ ही टिहरी, देहरादून, पौड़ी और बागेश्वर जिले में आरेंज अलर्ट है। 21 जुलाई को देहरादून, टिहरी व हरिद्वार में अत्यंत भारी बारिश होने के कारण रेड अलर्ट और नैनीताल, चंपावत, ऊधम सिंह नगर, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी जिले में आरेंज अलर्ट है। 22 जुलाई को देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत व ऊधम सिंह नगर में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, इसको लेकर आरेंज अलर्ट है। ऐसे में आवागमन में नियंत्रण बनाए रखते हुए सावधानी बरती जाए।
राज्य में एक बार्डर रोड समेत 54 मार्ग बंद
राज्य में एक बार्डर रोड समेत 54 मार्ग बंद हैं। सबसे अधिक चमोली जिले में 13 मार्ग बंद हैं। पिथौरागढ़ में मुनस्यारी-मिलम बार्डर रोड समेत कुल आठ मार्ग बंद है। अल्मोड़ा दो, बागेश्वर तीन, देहरादून चार, नैनीताल तीन, पौड़ी छह, रुद्रप्रयाग सात, टिहरी दो और उत्तरकाशी में छह मार्ग बंद है। मार्ग बंद होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार विभिन्न मार्गें पर बंद सड़क को खोलने के लिए 514 जेसीबी तैनात की गई हैं।
16 नदियों का जल स्तर स्थिर बना हुआ
देहरादून। राज्य में 16 नदियों का जल स्तर स्थिर बना हुआ है। केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण केंद्र से प्राप्त जानकारी के सात जगहों पर जल स्तर कम हुआ है। मायाकुंड ऋषिकेश में गंगा नौ गांव में यमुना और त्यूनी में टोन्स नदी का जल स्तर बढ़ा है।