28 मार्च 2024 को डेरे में घुसकर दो शार्प शूटरों सर्बजीत सिंह और अमरजीत सिंह ने बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों समेत पांच लोगों के खिलाफ नानकमत्ता थाने में केस दर्ज किया है। फरार हत्यारोपियों की तलाश में पुलिस टीमें पांच राज्यों में दबिश दे रही है। अभी भी पुलिस की टीमें पंजाब और उत्तर प्रदेश के कई राज्यों में डेरा डाले हुए हैं। बाबा तरसेम हत्याकांड के 10 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस का मानना है कि बाबा की हत्या के षड्यंत्र रचने में गिरफ्तार चार आरोपियों से पूछताछ में कुछ ठोस सुबूत मिल सकते हैं। इसे लेकर पुलिस को जेल में बंद षड्यंत्रकारियों की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट में आवेदन कर सकती है।
मुख्य हत्यारोपियों के विदेश भागने की आशंका के बावजूद पुलिस लगातार संदिग्धों लोगों से पूछताछ कर रही है। हत्याकांड के मामले में पुलिस ने चार अप्रैल को यूपी के दिलबाग सिंह, हरविंदर, बलकार सिंह और गुरुद्वारे के सेवादार अमनदीप सिंह उर्फ काला को गिरफ्तार किया था। इन्होंने ही हत्यारोपियों को धनराशि उपलब्ध कराई थी, लेकिन यह धनराशि उन्हें किन लोगों ने दी, इसका अभी खुलासा नहीं हो सका है। चारों की गिरफ्तारी के बाद न्यायालय के आदेश पर उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि इन षड्यंत्रकारियों से पुलिस को मुख्य षडयंत्रकारियों तक पहुंचने में अहम सुराग मिल सकते हैं। पूछताछ के लिए पुलिस इनकी कस्टडी रिमांड ले सकती है।
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बाबा तरसेम हत्याकांड के मुख्य षड्यंत्रकारियों तक पहुंचने की जांच की कड़ी में पुलिस के हाथ कुछ ठोस सुबूत लगे हैं। जेल में बंद चारों आरोपियों से यदि पूछताछ की जरूरत महसूस होती है तो गिरफ्तारी के 14 दिनों के भीतर पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए आवेदन किया जाएगा। – डॉ. मंजूनाथ टीसी, एसएसपी, ऊधम सिंह नगर।