नैनीताल। झारखंड से आई जल संसाधन विभाग की टीम बीते तीन दिनों से नैनीताल में है। टीम की ओर से जिला विकास प्राधिकरण, कुमाऊं मंडल विकास निगम, एयरेशन कर रही संस्था ग्लोबल एक्वा के अधिकारियों व कर्मचारियों से मुलाकात की गई। उन्होंने लगभग मृत हो चुकी नैनीताल व नौकुचियाताल झील के पुनर्जीवन, मछलियों के पनपने समेत पारिस्थितिकी तंत्र से संबंधित अहम जानकारियां प्राप्त कीं। जल संसाधन विभाग झारखंड से आए अभियंता विजय कुमार भगत ने बताया उन्होंने नैनीताल की नैनीझील व नौकुचियाताल में एयरेशन सिस्टम को जाना। अधिकारियों एवं अन्य की ओर से झील के लगभग मृत होेने की कगार पर पहुंचने से पुनर्जीवन तक की यात्रा के बारे में बताया गया।
ग्लोबल एक्वा के प्रोजेक्ट मैनेजर आनंद कोरंगा ने फ्लोमीटर के माध्यम से डिस्क से आक्सीजन सप्लाई करने के बारे में जानकारी दी। भगत ने बताया कि झारखंड के रांची में विवेकानंद सरोवर है। इसका पानी पूरी तरह खराब हो चुका है। आवासीय क्षेत्र का गंदा पानी वहां पहुंचता है। हालांकि ट्रीटमेंट की सुविधा है लेकिन वह जरूरत के सापेक्ष कम है। यहां से लिए ज्ञान के आधार पर वहां झील पुनर्जीवन के प्रयास किए जाएंगे। यहां के अधिकारियों व संस्था ने भी मदद का आश्वासन दिया है। उनके साथ झारखंड से आए अभियंता अभिषेक मिंजव, अभिनव सिंह, आदित्य मिश्रा भी रहे।