हर दिन करीब 1400 मजदूरों की लग रही ऑनलाइन हाजिरी, मौके पर दिख रहे दो-चार मजदूर नारसन ब्लॉक में मनरेगा के तहत ऑलवेदर सड़क निर्माण के नाम पर मजदूरी में धांधली का मामला सामने आया है। यहां एक साथ कई गांवों में ऑलवेदर सड़क निर्माण और तालाब खुदाई का काम दर्शाया गया है। इन काम को करने में करीब 1400 मजदूरों की प्रतिदिन ऑनलाइन हाजिरी लग रही है, लेकिन जियो टैगिंग में अपलोड की जाने वाली फोटो में महज दो-चार लोग दिखाई दे रहे हैं। वहीं एक ही फोटो को कई दिन से अपलोड किया जा रहा है। नारसन ब्लॉक में इस समय 12 से अधिक गांवों में मनरेगा के तहत ऑलवेदर सड़क निर्माण और तालाब की सफाई और खुदाई का काम चल रहा है। इनमें बहुत से गांव ऐसे हैं, जहां केवल मजदूरी को हड़पने के लिए काम में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। मामले का खुलासा नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सॉफ्टवेयर (एनएमएमएस) को देखने पर हुआ।
एनएमएमएस पर हर दिन काम का ब्योरा और मजदूरों की संख्या के साथ ही मौके पर काम करते हुए मजदूरों की फोटो अपलोड की जाती है। कुछ गांवों में अधिकारियों ने सर्वमौसम सड़क और तालाब खुदाई का काम होते दिखाया है। जबकि एनएमएमएस पर जो फोटो अपलोड की गई है वह सर्दियों में काम करते हुए मजदूरों की है।Iखास बात यह कि एक ही फोटो को अलग-अलग जगह होते हुए काम में अपलोड कर दी गई। तथ्यों को छिपाने में कई फोटो बेहद घटिया तरीके से अपलोड की गई है, जो पहचान में नहीं आ रही है। वहीं जिस काम में 10 से 15 मजदूर काम करते दर्शाए गए हैं, वहां केवल एक मजदूर का काम करते हुए फोटो अपलोड किया गया है। कुछ शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि एक अप्रैल से शुरू हुए काम में अब तक करीब एक करोड़ रुपये की मजदूरी निकाली जा चुकी है, जिसमें अधिकांश फर्जी है।







