ऋषिकेश नेचुरल फाइबर हैंडीक्राफ्ट प्रोड्यूसर कंपनी की ओर से पूर्णानंद डिग्री कॉलेज मुनि की रेती में आयोजित शिल्प प्रदर्शनी व जागरूकता कार्यक्रम के दूसरे दिन छात्रों को नेचुरल फाइबर से बने उत्पादों से संबंधित जानकारी दी गई। इस दौरान छात्रों को खड्डी मशीन पर कपड़ा बनाकर दिखाया गया। किरण भारद्वाज ने कहा कि हम प्राकृतिक रेशे (नेचुरल फाइबर) जैसे स्योलू, कंडाली और भांग के रेशे से उत्पाद तैयार कर युवा अपनी आजीविका चला सकते हैं। नेचुरल फाइबर से बने उत्पादों की बहुत अधिक मांग है। बीना पुंडीर ने कहा कि अब लोग प्लास्टिक के उत्पादों से दूरी बनाकर प्राकृतिक रेशे वाले उत्पादों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। ऋषिकेश नेचुरल फाइबर की ओर से प्राकृतिक रेशे से बने स्वेटर, मफलर, योगा मैट, चादर और अन्य वस्तुओं की बहुत मांग है। एसएस नेगी ने कहा कि ऋषिकेश नेचुरल फाइबर से कई महिलाएं प्रशिक्षण लेकर अपने घर में प्राकृतिक रेशे से उत्पाद तैयार कर रही हैं। कंपनी के निदेशक अनिल चंदोला ने कहा कि युवाओं के लिए वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार और राज्य सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही है।
नेचुरल फाइबर से कपड़ा बनाना सीखा
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