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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला: “21वीं सदी भारत की सदी होगी”

देहरादून, 17 नवंबर 2024: लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने रविवार को देहरादून के प्रेमनगर नंदा की चौकी स्थित एक निजी स्कूल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत 21वीं सदी में वैश्विक नेतृत्व की ओर तेजी से अग्रसर है।

कार्यक्रम का शुभारंभ श्री बिरला और पर्यावरणविद् पद्मभूषण डॉ. अनिल जोशी ने दीप प्रज्वलन से किया। इस दौरान आईटीबीपी जवानों ने अपने बैंड की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह में प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के साथ-साथ परिसर में पौधारोपण और हवन यज्ञ का आयोजन भी हुआ।

“प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बढ़ा भारत का वैश्विक विश्वास”
श्री बिरला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि भारत ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और आध्यात्मिकता के क्षेत्र में विश्वस्तरीय पहचान बनाई है। उन्होंने कहा, “दुनिया के विकसित देशों में भारत के युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान है।”

शिक्षा और अनुशासन पर जोर
लोकसभा अध्यक्ष ने छात्रों से अनुशासन और राष्ट्रभक्ति को जीवन में उतारने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “विद्यार्थी जीवन स्वर्णिम काल होता है, जहां चरित्र निर्माण और करियर की नींव रखी जाती है। शिक्षकों और विद्यालयों का योगदान विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य की दिशा में अतुलनीय है।”

पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा
पर्यावरणविद् डॉ. अनिल जोशी की प्रशंसा करते हुए श्री बिरला ने कहा कि जल, जंगल और जमीन को बचाने की प्रेरणा बाल्यकाल से मिलनी चाहिए। उन्होंने छात्रों से अपने जीवन को पर्यावरण-अनुकूल बनाने और जल संरक्षण की आदत डालने की अपील की।

संसद की यात्रा का आग्रह
श्री बिरला ने छात्रों को संसद का दौरा करने और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को समझने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की शक्ति और स्वतंत्रता आंदोलन की प्रेरणा को आत्मसात कर युवा भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।

भारत की वैश्विक पहचान
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, “भारत आज न केवल भौतिक संसाधनों में बल्कि आध्यात्मिकता और संस्कारों के कारण भी दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है।”

कार्यक्रम में गणमान्य उपस्थिति
समारोह में स्कूल के चेयरमैन विजय नागर, निदेशक शैलेंद्र बेंजामिन, प्रिंसिपल बेला सहगल, उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना और सीबीएसई के पूर्व क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।

कार्यक्रम का समापन छात्रों की अद्भुत प्रस्तुतियों और पुरस्कार वितरण के साथ हुआ, जिसने सभी उपस्थितजनों को प्रेरित किया।

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