श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार 8 जुलाई को हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के पांच जवान शहीद हो गए। इस वजह से पूरा उत्तराखंड शोक में डूबा हुआ हैं। पांच शहीदों में एक टिहरी जिले के रहने वाले 25 साल के आदर्श नेगी भी थे। आदर्श नेगी की शहादत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। आर्दश नेगी के पिता दलबीर नेगी से बात की। इस परिवार ने दो महीने में अपने दो लाल खोए हैं। आर्दश नेगी के बड़े भाई मेजर प्रणय नेगी का भी मई महीने में निधन हो गया था वो लेह में तैनात थे। आदर्श नेगी टिहरी जिले के कीर्तिनगर क्षेत्र के थाती डागर गांव के रहने वाले थे। शहीद आर्दश नेगी के पिता दलबीर नेगी ने बताया कि उनकी सात जुलाई रात को अपने बेटे आर्दश नेगी से बात हुई थी उसके बाद से उनकी आदर्श नेगी से कोई बात नहीं हुई। इसके बाद आठ जुलाई सोमवार करीब रात को करीब 9.30 बजे आर्दश नेगी के शहादत की खबर ही उन्हें मिली। आर्मी के अफसरों ने फोन पर परिजनों को आर्दश नेगी के शहीद होने की खबर दी थी।
दलबीर नेगी ने बताया कि आखिरी बार आदर्श नेगी होली पर गांव आया था और परिवार की एक शादी में शामिल हुआ था। आदर्श नेगी ने सात जुलाई को ही मां के साथ भी आखिरी बार बात की थी। शहीद की मां का रो-रोकर बुरा हाल हो रखा है। आदर्श नेगी के शहीद होने की खबर मिलते ही देवप्रयाग विधायक भी शहीद के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी. इस दौरान विधायक विनोद कंडारी फोन पर परिजनों की बात सीएम पुष्कर सिंह धामी से भी कराई। आदर्श नेगी ने पिता ने सरकार से मांग कि है कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए सरकार को फिर से सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कुछ कड़े कदम उठाने चाहिए। ताकि देश के और जवान शहीद न हो. आदर्श नेगी तीन भाई-बहन है. मई में आदर्श नेगी के भाई मेजर प्रणय नेगी का हुआ था निधन: शहीद आदर्श नेगी के दाऊ का बेटा प्रणय नेगी भी भारतीय सेना में मेजर के पद पर तैनात थे। मई महीने में उनकी ड्यूटी लेह में थी। तभी अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और उनका निधन हो गया. दो महीने में नेगी परिवार ने अपने दो लाल खो दिए।