ऊन। गांव खेड़ा भाऊ निवासी मनीष चार बहनों का इकलौता भाई था। उसकी हत्या के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल बना है। परिजनों की दोपहर में फोन पर बात हुई तो उसने बताया था कि वह पांच मिनट में घर पहुंच जाएगा, लेकिन परिजनों को क्या पता था कि अब वह कभी घर नहीं आ पाएगा।मनीष से बड़ी तीन बहनें और एक छोटी बहन है। सभी बहनों की शादी हो चुकी है। मनीष की भी करीब छह महीने पहले ही शादी हुई थी। पिता अंगद खेती करते हैं। मृतक के ताऊ रूप सिंह ने बताया कि आरोपी राजबीर सिंह और उनके परिवारों के बीच करीब पांच साल से आना जाना था।
दोनों के बीच किसी तरह का कोई विवाद भी नहीं था, लेकिन किस बात को लेकर मनीष की हत्या की गई। इसके बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते। उधर, मृतक की चाची अनिता ने बताया कि दो-तीन दिन पहले मनीष ने घर पर बताया था कि उसकी किसी के साथ कहासुनी हो गई है। इससे आगे उसने कुछ नहीं बताया और न ही पुलिस को कोई शिकायत की गई थी। दोपहर में उससे फोन पर बात हुई थी तो उसने पांच मिनट में घर पहुंचने की बात कही थी, लेकिन वह घर नहीं पहुंच सका और रास्ते में ही उसे पकड़ लिया और उसकी हत्या कर दी। परिजनों का कहना है कि मनीष के दोस्तों ने ही उसकी हत्या की है।



 
                                    



 
 
 
 
 
