कौलागढ़ स्थित ओएनजीसी में चल रहे 15 दिवसीय विरासत महोत्सव का शनिवार को भोजपुरी गायक मनोज तिवारी की प्रस्तुति के साथ समापन हो गया। मनोज तिवारी ने विरासत की महफिल में अपनी प्रस्तुति ने चार चांद लगा दिए। वहीं, कथक नृत्यांगना नयनिका घोष ने कथक रागों के नृत्य से विरासत की महफिल को सजा दिया। उन्होंने कई राग के नृत्य की प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद गायक और सांसद मनोज तिवारी ने अपनी प्रस्तुति की शुरुआत मां की आराधन में या देवी सर्वभूतेषु… के साथ की। उनकी मैया के महिमा गावे, ए राजा जी, हम ही हैं भोजपुरिया डॉन… की प्रस्तुति पर लोग खूब झूमे।
विरासत की शाम मनोज तिवारी की प्रस्तुति से पहले कलाकारों ने कहा कि आज धनतेरस का पर्व है। देहरादून में इतना जाम था कि हम भी फंस गए थे। ठंडों रे ठंडों… उत्तराखंड के भी बहुत गीत बा… भोजपुरी गायक मनोज तिवारी ने अपनी प्रस्तुति के बीच उत्तराखंड के गीतों के सुर मिलाए तो महोत्सव में तालियां गूंज उठीं। उन्होंने ठंडों रे ठंडों गीत की प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि मैंने अभी पहाड़ के दो गाने सीखने शुरू किए हैं। हम इन गीतों से उत्तराखंड देवभूमि को प्रणाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा की अगर हम उत्तराखंड में भोजपुरी गा सकते हैं तो उत्तराखंड के गीत भी सीख सकते हैं।