चमोली। बदरीनाथ धाम से तीन दिवसीय वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर ट्रॉफी-2024 की शुरूआत हो गई है। धाम परिसर के बाहर रूस और यूक्रेन से आए प्रतिभागियों द्वारा बड़े जोश के साथ श्री बदरी विशाल के नारे लगाए गए। रैली में सीमांत गांवों के 100 से अधिक प्रतिभागी और रूस, यूक्रेन के 16 से अधिक प्रतिभागी इस प्रथम वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर ट्रॉफी 2024 में प्रतिभाग कर रहे हैं।
जमीन पर वाइब्रेंट विलेज योजना को उतारा जाएगा। वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर ट्रॉफी का आयोजन स्की माउंटेनियरिंग एसोसिएशन उत्तराखंड के तत्वाधान में किया गया है। इस रैली का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार के सीमांत गांवों को लेकर वाइब्रेंट विलेज योजना को जमीन पर उतरना है। ज्योतिर्मठ प्रखंड के नीती, मलारी और माणा के दर्जनों गांव इस योजना के अंतर्गत चिन्हित किए गए हैं। साथ ही इन गांवों की विशिष्ट भौगोलिक परिस्थिति, पारंपरिक संस्कृति, कृषि, रहन-सहन, खान-पान, पहाड़ी भोजन और स्थानीय त्योहार समेत अनेक विशेषताओं को जानना भी इस कार्यक्रम का उद्देश्य ।
उपजिलाधिकारी जोशीमठ करेंगे फ्लैग ऑफ। 19 अक्टूबर की सुबह इस एडवेंचर रैली को उपजिलाधिकारी जोशीमठ द्वारा फ्लैग ऑफ किया जाएगा। कल (19 अक्टूबर) को ज्योतिर्मठ से ये रैली धौली गंगा की तपोवन घाटी, मलारी, गमशाली और टिम्मरसैण महादेव होते हुए देश के पहले बॉर्डर विलेज नीती के लिए प्रस्थान करेगी और कल ही रैली जोशीमठ के लिए वापसी करेगी।
सीमांत गांवों को जानने वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर ट्रॉफी का उद्देश्य। स्की माउंटेनियरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि प्रथम वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर ट्रॉफी-2024 का मुख्य उद्देश्य सीमांत गांवों को जानने, समझने और इन गांवों की विशेषताओं को करीब से देखने का है। इसके अलावा सरकार के वाइब्रेंट विलेज योजना को जमीन पर उतारने का भी ये एक प्रयास है।