हल्द्वानी में लगातार गर्मी बढ़ रही है और इस समय पैक्ड फूड से बुखार और डायरिया जैसी बीमारियां सामने आ रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे मौसम में बच्चों को फूड प्वाइजनिंग से बचाना जरूरी है। सुशीला तिवारी अस्पताल में रोजाना 10 से 12 और बेस अस्पताल में पांच से सात लोग बुखार, डायरिया, उल्टी आदि से संबंधित इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. पीएस टाकुली ने बताया कि गर्मी में भोजन जल्द खराब हो जाता है। इस समय सभी को ताजा और सादा भोजन करना चाहिए। पानी पीकर ही घर से निकलें। खासकर बच्चों को साफ पानी पीने को दें। बाजार का पैक्ड भोजन, बासी भोजन आदि से फूड प्वाइजनिंग हो रही है। घर में ओआरएस, नींबू पानी आदि जरूरत का सामान रखें और किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर तुरंत चिकित्सक के पास जाएं।
फूड प्वाइजन और डायरिया के लक्षण
फूड प्वाइजनिंग – दूषित भोजन या जहरीला भोजन खाने से होता है। वहीं डायरिया बैक्टीरियल संक्रमण है जिसमें व्यक्ति को बार बार पतला मल आने लगता है। दोनों स्थितियों में पेट दर्द, उल्टी, बुखार, सिरदर्द की समस्या होती है।
उपचार
पानी और इलेक्ट्राल समेत तरल पदार्थ का सेवन करें।
शरीर को आराम दें, इससे बीमारी से लड़ने में मदद मिलती है।
डॉक्टर की सलाह पर एंटीबायोटिक्स दवाइयां रखें।
स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
पका हुआ ताजा भोजन और स्वच्छ पानी उपयोग में लाएं।