पिछले साल दिसंबर में हल्द्वानी के नया बाजार में ताज चौराहे के समीप हुए अग्निकांड की मजिस्ट्रेटी जांच पूरी हो गई हैं। रिपोर्ट में अग्निशमन विभाग की घोर लापरवाही बताई गई है। कहा गया है कि यदि फायर स्टेशन ने सूचना का आदान-प्रदान तत्काल किया होता तो नुकसान को कम किया जा सकता था। एसएसपी से अग्निशमन विभाग के संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है। बीती 15 दिसंबर की रात ताज चौराहे के समीप पांच दुकानें जलकर राख हो गई थीं। घटना में 45 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति जली थी। जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट को मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए थे। जांच में लगभग छह माह का समय लगा।
घटना के दौरान दमकल विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का कहना था कि उन्होंने समय पर जल संस्थान और ऊर्जा निगम के अधिकारियों को अग्निकांड की सूचना दे दी थी। अब जांच रिपोर्ट के मुताबिक जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को अग्निकांड की सूचना अग्निशमन विभाग ने नहीं दी। बल्कि अधिशासी अभियंता को हल्द्वानी के उपजिलाधिकारी ने सूचना दी थी। यही नहीं विद्युत वितरण खंड के अधिशासी अभियंता (नगरीय) को भी सूचना दमकल की ओर से नहीं मिली, बल्कि उन्हें किसी बाहरी व्यक्ति ने घटना की सूचना दी। जांच अधिकारी की ओर से रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जा रही है।
चार हाईड्रेंटों में पानी नहीं था, चार बिजली न होने के कारण नहीं चले
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि ताज चौराहे के आसपास अलग-अलग स्थानों पर आठ हाईड्रेंट हैं। इनमें से चार वन विभाग गेस्ट हाउस के समीप, ताज चौराहा जैन मंदिर के पास, सिंधी चौराहा और नैनीताल रोड वाले हाईड्रेंट में गौला ग्रेविटी से पानी की सप्लाई होती है। जिस लाइन से इन्हें जोड़ा गया है, उसमें रोस्टर के आधार पर सुबह-शाम ही पानी की आपूर्ति होती है। अन्य चार हाईड्रेंट अलग-अलग स्थानों से नलकूपों से जुड़े हुए हैं। नलकूप खराब होने अथवा बिजली बाधित होने की स्थिति में इनमें पानी नहीं चलता है। घटना वाले रोज भी रात 8:25 बजे से 9:59 बजे तक नया बाजार, स्टेशन रोड, ताज चौराहा व रामलीला मैदान क्षेत्र में बिजली गुल थी। इस कारण ये चार हाईड्रेंट भी आग बुझाने के लिए पानी नहीं दे सके।
अर्द्धवार्षिक निरीक्षण जरूरी बताया
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि अग्निकांडों की रोकथाम के लिए नगर निगम क्षेत्र में स्थित व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, उद्योगों, रेस्टोरेंट, होटल, गोदाम, बहुमंजिला आवासीय इमारतों का अर्द्धवार्षिक निरीक्षण हो। नियम व शर्तों को न मानने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई हो। पिछले साल दिसंबर में ताज चौराहे के पास हुए अग्निकांड की मजिस्ट्रेटी जांच पूरी कर ली गई हैं। जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों को भेजी जा रही है। – एपी बाजपेयी, सिटी मजिस्ट्रेट, हल्द्वानी।