झबरेड़ा। इकबालपुर शुगर मिल का पेराई सत्र शुरू नहीं हो सका है। इस मिल के तौल केंद्रों को अन्य मिलों को आवंटित कर कर दिया गया है। ऐसे में इकबालपुर शुगर मिल के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। करीब 70 साल पुरानी इस मिल के प्रबंधन से जुड़े अधिकारी अभी भी दावा कर रहे हैं कि जल्द पेराई सत्र शुरू होगा, लेकिन हालात दावों के विपरीत दिखाई दे रहे हैं। इकबालपुर शुगर मिल के गेट के अलावा 70 के लगभग तौल केंद्र गन्ना विभाग के अधीन थे। समय पर गन्ना भुगतान न होने से गन्ना आयुक्त ने इस वर्ष के पेराई सत्र के लिए इकबालपुर क्षेत्र के सभी तौल केंद्र लक्सर व लिब्बरहेड़ी शुगर मिल को आवंटित किए थे। हालांकि, क्षेत्र के किसान इन दूसरे मिलों के तौल केंद्रों पर गन्ना डालने में रुझान नहीं दिखा रहे हैं। कुछ किसान अपना गन्ना कोल्हू में डाल रहे हैं तो कुछ इकबालपुर शुगर मिल के चालू होने की राह देख रहे हैं। ऐसी स्थिति में इकबालपुर शुगर मिल को उधार में गन्ने की आपूर्ति होना एक पहेली बना हुआ है। फिर भी इकबालपुर मिल प्रबंधन मिल की रिपेयरिंग में दिनरात जुटा हुआ है और किसानों को मिल के पेराई सत्र को चालू करवाने का पूरा आश्वासन दे रहा है। बकाया भुगतान समय पर न होने से मिल पर संकट के बादल छाए हुए हैं।
न आवंटित हुए तौल केंद्र और न ही पेराई सत्र हुआ शुरू
RELATED ARTICLES







