मसूरी रोड स्थित पेस्टल वीड स्कूल के छात्र रितेश और दिव्यांशु ने इन दिनों वह खुद को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के साथ ओलंपिक के लिए तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए रोजाना सुबह और शाम दो-दो घंटे का अभ्यास करते हैं। ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल जीत अपने परिजनों के साथ पूरे देश को गौरवान्वित किया जा सकता है। बस इसके लिए जरूरत है कड़ी मेहनत और बेहतर मंच की। मेरा सपना राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रदेश और देश का प्रतिनिधित्व करने के साथ गोल्ड मेडल जीतना है।
छोटी उम्र में राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय की कई तैराकी प्रतियोगिता में मेडल जीत चुके रितेश और दिव्यांशु अब देश के लिए ओलंपिक में गोल्ड जीतना चाहते हैं। दून निवासी रितेश नौंवी के छात्र हैं। जबकि दिव्यांशु दसवीं में पढ़ते हैं। दोनों ने उत्तराखंड में पहली बार आयोजित हुई अखिल भारतीय आईपीएससी तैराकी और वाटर पोलो चैंपियनशिप में पहला स्थान प्राप्त किया था। – दिव्यांशु, छात्र
किसी भी खेल में सफल होकर देश व प्रदेश का नाम रोशन करने के साथ एक अलग पहचान मिलती है। मुझे बचपन से तैराकी का शौक था। ऐसे में अब सपना ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर स्वर्ण पदक जीतने का है। इसके लिए रोजाना सुबह-शाम अभ्यास कर रहा हूं। – रितेश, छात्र
बीते कुछ सालों से स्कूली बच्चों के साथ युवाओं को तैराकी की बारीकियां सीखा रहा हूं। अखिल भारतीय आईपीएससी तैराकी और वाटर पोलो चैंपियनशिप में उत्तराखंड के बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया था। ओलंपिक के साथ अन्य राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए बच्चों को तैयार किया जा रहा है। एक दिन में करीब 50 छात्रों को तैराकी का अभ्यास कराया जा रहा है। – जयदीप, प्रशिक्षक