बीआरओ ने तवाघाट-सोबला-ढाकर सड़क को तीसरे दिन यातायात के लिए खोल दिया। तीन दिन पूर्व चट्टान दरकने से सोबला के पास यह सड़क बंद हो गई थी। इसके चलते तल्ला मल्ला दारमा घाटी के 17 गांवों के ग्रामीणों का संपर्क तहसील मुख्यालय से कट गया था। पंचाचूली के लिए पर्यटक भी आवाजाही नहीं कर पा रहे थे। बीआरओ के 67 आरसीसी ग्रिफ ने सड़क खोलने के लिए दो जेसीबी मशीन और 28 मजदूरों की तैनाती की थी। दिन-रात कार्य कर सोमवार शाम करीब पांच बजे सड़क को वाहनों के लिए खोल दिया गया।
वाहनों की आवाजाही शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। सड़क बंद होने से पंचाचूली देखने के लिए जा रहे सैकड़ों पर्यटक भी रास्ते में फंसे थे। वहीं, दारमा गए पर्यटक भी लौटने के लिए सड़क खुलने का इंतजार कर रहे थे। सड़क बंद होने की सूचना मिलने पर बीआरओ के 67 आरसीसी ग्रिफ ओसी सौरभ कुमार ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया था। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम करीब पांच बजे सड़क को हल्के वाहनों के लिए खोल दिया गया है। शीघ्र ही बड़े वाहनों की आवाजाही के लायक रास्ता भी खोल दिया जाएगा।