Sunday, November 9, 2025
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गंभीर अपराध के मुकदमों में केवल 31 फीसदी को मिली सजा

काशीपुर। ऊधमसिंह नगर के न्यायालयों ने वर्ष 2024 में कुल 8,217 अपराधिक मुकदमों का फैसला किया है। भारतीय दंड संहिता के गंभीर अपराधों (सत्र न्यायालय) वाले मुकदमों में 33 मुकदमों में सजा हुई हैं, जबकि 72 मुकदमों में रिहाई हुई है। यह जानकारी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन को अभियोजन निदेशालय से प्राप्त हुई है। उपलब्ध सूचना के अनुसार वर्ष 2024 में भारतीय दंड संहिता के सत्र न्यायालय में विचारण योग्य गंभीर मुकदमों (हत्या, लूट, डकैती, दुष्कर्म आदि) के 116 केस दर्ज हुए, जिसमें 33 मुकदमों में सजा हुई है।

यानी अभियोजन व पुलिस अपराध को साबित करने में सफल नहीं हुई। इस अवधि में 11 ऐसे मुकदमें क्वैश/दाखिल दफ्तर भी हुए हैं। सजा का प्रतिशत 31 प्रतिशत है। अन्य अधिनियमों के अन्तर्गत सत्र न्यायालय की ओर से विचारणीय गंभीर मुकदमों में सजा का प्रतिशत 77 है। 2024 में ऐसे 654 केस दर्ज हुए हैं, जिसमें 468 मुकदमों में सजा हुई है। 43 मामले दाखिल दफ्तर/क्वैश हुए हैं। सजा का प्रतिशत 77 प्रतिशत है। 2024 के प्रारंभ में जिले के सत्र न्यायालयों में 3193 मुकदमे लंबित थे जो वर्ष के अंत में बढ़कर 3465 हो गए। इस अवधि में 1042 नए मामले दायर हुए हैं। 2024 के प्रारंभ में जिले के अधीनस्थ न्यायालयों में अपराधों के कुल 31,161 मुकदमे लंबित थे जो वर्ष के अंत में घटकर 30716 रह गए, जबकि इस अवधि में 7002 नए मुकदमे दायर हुए हैं।

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